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सौरभ भारद्वाज का भाजपा पर अटैक, बोले – ‘भारत की बुनियाद को हिलाया जा रहा…’

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केंद्र सरकार द्वारा लाए गए दिल्ली सेवा बिल को लेकर बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। बता दें कि आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली सेवा बिल को लगातार सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पलटने वाला बताते रहे हैं। अब मुख्मंत्री केजरीवाल ने चुनाव आयोग से जुड़े सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पलटे जाने का दावा ठोका है। इसको लेकर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा है।

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सौरभ भारद्वाज ने आज यानी गुरुवार (10 अगस्त) को प्रेस वार्ता कर कहा कि कई सालों की क़ानूनी लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ ने फ़ैसला दिया कि दिल्ली सरकार के पास शक्तियां होंगी। लेकिन भाजपा सरकार ने दो दिन पहले एक क़ानून लाकर इस फैसले को पलट दिया। एक अन्य मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्त की नियुक्ति के लिए इंडिपेंडेंट सिलेक्शन बोर्ड का गठन किया जाए। जिसमें प्रधानमंत्री, लीडर ऑफ ऑपोज़िशन और चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया हो। ताकि एक नेचुरल चुनाव आयोग बन सके।

उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठते रहे हैं। जिस दिन प्रधानमंत्री की आख़िरी रैली होती है, उसके बाद ही EC चुनाव की तारीख़ घोषित करता है। अब जब सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि निष्पक्ष चुनाव के लिए नेचुरल पैनल होना चाहिए था। तो उन्होंने CEC की नियुक्ति के लिए इंडिपेंडेंट सिलेक्शन बोर्ड का गठन किया। लेकिन मोदी जी को सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया पर विश्वास नहीं है। इसलिए उन्होंने सीजेआई को बोर्ड से बाहर निकाल कर एक विधयेक पेश कर दिया कि अब CEC की नियुक्ति के लिए प्रधानमंत्री, पीएम द्वारा चुना गया मंत्री और लीडर ऑफ ऑपोज़िशन होगा। देश के संसदीय इतिहास में इसके बारे में काले अक्षरों में लिखा जाएगा।

दिल्ली सेवा बिल को लेकर साधा निशाना

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा द्वारा भारत की बुनियाद को हिलाया जा रहा है। अब ऐसे कानून-कानून खेलते रहेंगे, और देश को पीछे ढकेलते रहेंगे, ऐसे देश चलता है? दुनिया भर के लीडर्स आपके बारे में क्या राय बना रहे हैं, ये सोचिए। किस बात के विश्वगुरु बनने वाले हैं? आपको अपने न्यायाधीश पर भरोसा नहीं। 5–8 साल सुप्रीम कोर्ट वकीलों को सुनता है, दिल्ली के हक में फैसला आता है, आप कानून लाकर फैसला पलट देते हो।

सीएम केजरीवाल ने किया ट्वीट

इस पूरे मामले पर मुख्यमंत्री केजरीवाल की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि मैंने पहले ही कहा था – प्रधान मंत्री जी देश के सुप्रीम कोर्ट को नहीं मानते। उनका संदेश साफ़ है – जो सुप्रीम कोर्ट का आदेश उन्हें पसंद नहीं आएगा, वो संसद में क़ानून लाकर उसे पलट देंगे। यदि PM खुले आम सुप्रीम कोर्ट को नहीं मानते तो ये बेहद ख़तरनाक स्थिति है।

सीएम ने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने एक निष्पक्ष कमेटी बनायी थी जो निष्पक्ष चुनाव आयुक्तों का चयन करेगी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पलटकर मोदी जी ने ऐसी कमेटी बना दी जो उनके कंट्रोल में होगी और जिस से वो अपने मन पसंद व्यक्ति को चुनाव आयुक्त बना सकेंगे। इस से चुनावों की निष्पक्षता प्रभावित होगी। एक के बाद एक निर्णयों से प्रधान मंत्री जी भारतीय जनतंत्र को कमज़ोर करते जा रहे हैं।

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