Indian Railway: अब चलती ट्रेनों में नहीं मिलेगी ये सुविधा, सरकार ने दी जानकारी
नई दिल्ली। अब यात्री चलती ट्रेनों में इस सुविधा का लाभ नहीं उठा पाएंगे। यानि की चलती ट्रेनों में यात्री अब वाई-फाई की सुविधा का लाभ नहीं ले पाएंगे।
बता दें कि रेलवे मंत्रालय फिलहाल चलती ट्रेनों में वाई-फाई की सुविधा को उपलब्ध नहीं कराएगा। यह जानकारी सरकार की ओर से संसद में दी गई है। इस सुविधा को पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू किया गया था लेकिन काफी खर्चीली होने और तकनीकी कारणों से इसे बंद कर दिया गया है।
लोकसभा में दिए गए एक जवाब में रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि मंत्रालय ने सेटेलाइट कंप्यूनिकेशन टेक्नालॉजी के जरिए चलती ट्रेनों में वाई फाई की सुविधा देने की योजना करीब दो साल पहले बनाई थी। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में वाईफाई बेस्ड इंटरनेट सुविधा हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस में शुरू की गई थी। इस दौरान देखा गया कि यह टेक्नोलॉजी काफी खर्चीली है। इसमें इंटेंसिव कैपिटल के साथ रेकरिंग कास्ट की आवश्यकता होती है। जैसे कि बैंडविड्थ शुल्क जो इस प्रोजेक्ट को कॉस्ट इफेक्टिव नहीं बनाते हैं। अभी चलती ट्रेनों में वाई फाई इंटरनेट सेवाओं के लिए उपयुक्त और किफायती टेक्नोलॉजी नहीं है। इसलिए इस सुविधा को फिलहाल के लिए ड्रॉप कर दिया गया है।
कई स्टेशनों पर वाई फाई इंटरनेट सेवा शुरू
बता दें कि वर्तमान समय में भारतीय रेलवे देशभर के करीब 6000 से अधिक स्टेशनों पर वाई-फाई इंटरनेट की सुविधा दे रहा है। इन 6000 स्टेशनों में आंध्र प्रदेश में 509, महाराष्ट्र में 550, बिहार में 384, अरुणाचल प्रदेश में 3, असम 222, उतर प्रदेश में 762, पश्चिम बंगाल में 498, तमिलनाडु में 418,मध्य प्रदेश में 393, गुजरात में 320, ओडिशा 232, राजस्थान 458, कर्नाटक 335, गुजरात 320, झारखंड 217, पंजाब 146, हरियाणा 134, केरल 120, छत्तीसगढ़ 115 तेलंगाना 45, दिल्ली 27 हिमाचल प्रदेश 24, उत्तरखंड 24, जम्मू कश्मीर 14, गोवा 20, त्रिपुरा 19, चंडीगढ़ 5, नागालैंड 3, मेघालय मिजोरम और सिक्किम 1-1 रेलवे स्टेशन शामिल हैं।
रेलवे स्टेशनों में सुरक्षा व्यवस्था किया गया चुस्त
वहीं रेलवे स्टेशनों में सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त करने के लिए कई तरह के इंतजाम किए गए हैं। स्टेशनों पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए भी काफी कदम उठाए गए है।
महिला यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए निर्भया निधि के तहत 983 स्टेशनों पर इंटीग्रेटेड इंक्वायरी रिस्पांस मैनेजमेंट सिस्टम यानि की (आईईआरएमएस) की व्यवस्था शामिल की गई है। अब तक कुल 814 स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं।