क्रिसमस कार्यक्रम में Manipur Violence पर चुप्पी को लेकर केरल के मंत्री ने की बिशपों की आलोचना
Manipur Violence: केरल के मंत्री साजी चेरियन ने मणिपुर हिंसा के बारे में बोलने में विफल रहने के लिए पिछले सप्ताह क्रिसमस के दिन प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने वाले बिशपों की आलोचना की है। रविवार को अलाप्पुझा में सीपीआई (एम) के एक समारोह को संबोधित करते हुए मंत्री साजी चेरियन ने कहा, “कुछ बिशपों को जब भाजपा से निमंत्रण मिलता है तो उनके रोंगटे खड़े हो जाते हैं। जो लोग प्रधानमंत्री से मिलने गए थे, उनमें मणिपुर के बारे में बोलने की ईमानदारी नहीं थी। उन्हें केक और अंगूर की शराब परोसी गई। मणिपुर बिल्कुल भी चर्चा का विषय नहीं था उनके लिए’’।
Manipur Violence: बयान राज्य का है अपमान
उन्होंने कहा, “क्या उनमें से किसी (बिशप) ने प्रधानमंत्री से मणिपुर में हस्तक्षेप करने के लिए सवाल किया या पूछा, जहां जिस समुदाय का वे प्रतिनिधित्व करते हैं, उसके सैकड़ों लोगों की हत्या की जा रही है।” केरल के मंत्री ने आगे आरोप लगाया कि बिशपों को इसलिए आमंत्रित किया गया क्योंकि भाजपा को केरल और पूर्वोत्तर राज्यों में सीटों की जरूरत है। हालांकि, इस टिप्पणी के बाद केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता वी मुरलीधरन ने केरल के मंत्री पर पलटवार करते हुए कहा कि उनका बयान राज्य का अपमान है।
Manipur Violence: बयान पर राजनीति शुरू
मुरलीधरन ने कहा, “बिशपों के खिलाफ केरल के मंत्री का बयान केरल का अपमान है। यहां मंत्री बिशपों को गाली दे रहे हैं.. वह शायद पदोन्नति या अतिरिक्त पोर्टफोलियो की उम्मीद कर रहे हैं, इसलिए वह ये बातें कह रहे हैं।” बता दें कि हाल ही में क्रिसमस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली स्थित अपने आवास पर बातचीत की। बातचीत में, पीएम ने कहा कि भारत ईसाई समुदाय के योगदान को “गर्व से स्वीकार करता है” पीएम ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका से लेकर समाज सेवा में उनकी भागीदारी की तारिफ की थी।
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