घर में घुसकर ईंट से फोड़ा सिर, किए ताबड़तोड़ वार

ग्रेटर नोएडा के हबीबपुर गांव में पिंकी (23) की हत्या के मामले में पुलिस ने दावा किया है कि उसके प्रेमी कनौज निवासी सुमित ने ही उसकी हत्या की है। सोमवार को मुठभेड़ के बाद पुलिस ने सुमित और उसके चचेरे भाई कौशल को गिरफ्तार कर लिया। शनिवार शाम को सुमित पिंकी से मिलने उसके घर गया था।
पिंकी ने ही अंदर से दरवाजा खोला। तभी उनमें किसी बात को लेकर बहस हो गई और आरोपी ने उसके सिर पर और फिर चेहरे पर ईंट से कई वार किए, जिससे उसकी मौत हो गई। आरोपी ने घर से गहने चुराए और भाग गया। पिंकी के परिवार के सदस्य उसके पास सोते थे, उनको इसके बारे में कुछ नहीं पता था। अगले दिन रविवार को ग्रामीणों ने हत्या की सूचना पुलिस को दी।
डीसीपी सुनीति और एडीसीपी डॉ. राजीव दीक्षित ने बताया कि पिंकी की हत्या की जांच के लिए तीन टीमें गठित की गई हैं। सुमित से पूछताछ में पता चला कि वह पिंकी को डेढ़-दो साल से जानता था। वह पिंकी के घर में किराये के मकान में रहता था, लेकिन जब से उसे उनके रिश्ते के बारे में पता चला, उसने गांव में दूसरा मकान किराए पर ले लिया, लेकिन अक्सर पिंकी के घर आता रहता था।
शनिवार शाम को वह पिंकी से मिलने भी गया था। पिंकी ने ही दरवाजा खोला और उसे अंदर बुलाया, लेकिन किसी बात पर दोनों के बीच बहस हो गई। सुमित ने दरवाजे के पास रखी ईंट से पिंकी की हत्या कर दी। संदिग्ध ने घर से एक बैग चुरा लिया। सामान में 200,000 रुपये और 15,000 रुपये के सोने और चांदी के गहने और आधार कार्ड शामिल थे। आरोपी ने बैग शोगुनपुर के पास कहीं छिपा दिया था। पुलिस ने सोमवार को दिल्ली के संगम विहार निवासी सुमित और कौशल को गिरफ्तार कर लिया। मौके पर पुलिस संदिग्ध को रेस्क्यू के लिए चैगानपुर थाने के बाहर सीएनजी पेट्रोल पंप पर ले गई. पुलिस ने नकदी, आभूषण और पिंकी का सेल फोन जब्त कर लिया।
संदिग्ध ने अधिकारी की बंदूक छीन ली और गोली चला दी
छगनपुर में बैग और सूटकेस इकट्ठा करते समय, संदिग्ध ने पुलिस पिस्तौल चुरा ली और गोलीबारी शुरू कर दी। पुलिस वाले बाल-बाल बचे। जवाबी कार्रवाई में सुमित के पैर में गोली लगी। पुलिस ने बताया कि घटना के बाद संदिग्ध ने सामान छिपा दिया और कौशल के साथ दिल्ली चला गया। पुलिस ने कहा कि पिंकी ने दिसंबर में शादी करने की योजना बनाई थी लेकिन आरोपी इससे खुश नहीं था।
ये है पूरा मामला
पिंकी अपनी मां प्रकाशो देवी और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ हबीबपुर गांव में रहती थी। शनिवार रात पिंकी अपनी मां, बड़ी बहन और बेटी के साथ घर की दूसरी मंजिल पर बने कमरे में सोई थी। उसी रात पिंकी की हत्या कर दी गई। उसके चेहरे को ईंट से कुचल दिया गया और सिर पर वार किया गया। रविवार सुबह शव दूसरे कमरे में खून से लथपथ पड़ा मिला, लेकिन परिजनों ने पुलिस को सूचना नहीं दी। सुबह करीब छह बजे पिंकी के परिजन उसे दादरी ले गए। वह कथित तौर पर एक निजी अस्पताल गया और फिर गांव लौट आया। आसपास रहने वाले ग्रामीणों ने सुबह करीब 8:40 बजे पिंकी की हत्या की रिपोर्ट करने के लिए पुलिस स्टेशन पहुंचे। पिंकी के पिता जीत सिंह की डेढ़ साल पहले रहस्यमय हालात में मौत हो गई थी। पिंकी के एक भाई की भी पहले मौत हो चुकी है।