Constitution Day: कार्यपालिका, न्यायपालिका और विधायिका के बीच हो सहयोगात्मक बातचीत
Constitution Day: संविधान दिवस के मौके पर देश के उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने अपने संबोधन में संसद की संप्रभुता को मजबूत करने पर जोर दिया और कहा कि इसके विशेष क्षेत्र में किसी भी तरह का अतिक्रमण एक संवैधानिक संकट होगा, जो लोकतांत्रिक मूल्यों के विपरीत होगा। उपराष्ट्रपति नई दिल्ली के विज्ञान भवन में कानून और न्याय मंत्रालय द्वारा आयोजित संविधान दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे।
Constitution Day: टकराव के बजाय हो सहयोगात्मक बातचीत
उन्होंने आगे कहा कि देश के निरंतर विकास के लिए, कार्यपालिका, न्यायपालिका और विधायिका को टकराव की धारणा अपनाने के बजाय सहयोगात्मक बातचीत में शामिल होना चाहिए। उपराष्ट्रपति ने कहा, “संसद लोकतंत्र की आत्मा है, इसकी सर्वोच्चता कार्यपालिका या न्यायपालिका के किसी भी हस्तक्षेप के लिए उत्तरदायी नहीं है।”
370 का मसौदा किया था इनकार
राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति ने यह भी कहा कि अनुच्छेद 370 मसौदा समिति द्वारा तैयार नहीं किया गया था। उपराष्ट्रपति ने कहा, अन्य सभी लेखों का मसौदा तैयार किया गया था, और डॉ. अंबेडकर ने इसका मसौदा तैयार करने से इनकार कर दिया।
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