मां की मृत्यु के बाद पिता ने पॉकेट मनी देना कर दिया बंद, तो बेटा बन गया अपराधियों का सरगना
चांदनी महल थाना पुलिस को मिली बड़ी सफलता। दिल्ली के चोर बाजार में चोरी के मोबाइल फोन खरीदने और बेचने वाले गिरोह के सरगना समेत तीन संदिग्धों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मध्य जिले के चांदनी महल पुलिस स्टेशन के अनुसार, संदिग्ध राहगीरों से मोबाइल फोन चुराता है और उन्हें अपराधियों से सस्ते में खरीदता है जो उन्हें ऊंची कीमत पर बेचते हैं।
गैंग लीडर की कहानी
मां की कोरोना से मौत के बाद उसके पिता ने दूसरी महिला से शादी कर ली। इसके बाद पिता ने नदीम को पॉकेट मनी देना बंद कर दिया। इस बीच, नदीम ने स्क्रैप डीलर के रूप में काम करना शुरू कर दिया, लेकिन इस बहाने उसने चोरी के सेल फोन बेचने का व्यवसाय भी शुरू कर दिया।
17 मामले सुलझाने का दावा
मोहम्मद शाजिम भी चांदनी महल के रकाबगंज में रहता है और गाजीपुर में एक डेयरी पर काम करता था। उनके कब्जे से 126 सेल फोन मिले। ये सभी एप्पल, सैमसंग, रेडमी, रियलमी, वीवो, ओप्पो, वनप्लस आदि कंपनियों के हैं। पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी से 17 मामले सुलझाने का दावा किया है।
पुलिस के मुताबिक चांदनी थाना पुलिस को इस गिरोह द्वारा चोरी के मोबाइल फोन खरीदने-बेचने की सूचना मिली थी। टीम ने सबसे पहले सेंटर से नदीम को गिरफ्तार किया। उसके बैग से विभिन्न मॉडलों और ब्रांडों के 117 सेल फोन मिले।
जांच के दौरान पुलिस को एक सेल फोन मिला
जांच में पता चला कि वह नशे का आदी था। उसने छोटे अपराधियों से कम कीमत पर चोरी के सेल फोन खरीदे और बड़े लाभ के लिए उन्हें चोरों के बाजार में या अमीर लोगों को अच्छे दाम में खुद बेच दिया करता था। पूछताछ के बाद उसकी निशानदेही पर चांदनी महल इलाके से चोरी के पांच और फोन बरामद किए गए। पूछताछ के बाद मोहम्मद उमर और मोहम्मद शाजिम को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों के पास से चोरी के चार सेल फोन भी मिले।