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राघव चड्ढा का भाजपा पर आरोप, कहा- इनकी मंशा सिर्फ किसानों से बदला लेने, उन्हें सजा दिलवाने और उनके आंदोलन को बदनाम करने की है

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नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं विधायक राघव चड्ढा ने कहा कि पिछले 8 महीने से देश का किसान, चाहे 2 डिग्री तापमान हो या 45 डिग्री की तड़पाती धूप हो, वो अपने हकों की लड़ाई लड़ने के लिए दिल्ली की दहलीज पर बैठे हैं। यह घमंडी और निर्दयी सरकार अभी तक इन किसानों का मुद्दा नहीं सुलझा पाई है।

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आगे उन्होनें कहा कि किसानों की मांग बिल्कुल स्पष्ट थी कि तीनों काले कानून खारिज किए जाएं, किसानों को एमएसपी की गारंटी कानून में लिख कर दी जाए और किसानों को उनके हक से वंचित न किया जाए, लेकिन मानो ऐसा लगता है कि केंद्र में बैठी भाजपा की मोदी सरकार ने कसम खा ली है कि किसानों के खिलाफ लड़ाई लड़नी है। इस झगड़ालू भाजपा की सरकार अब किसानों से इस हद तक जाकर लड़ाई लड़ रही है कि मामलों को प्रभावित किया जाए, जांच को प्रभावित किया जाए। यहां तक कि अब अभियोग (प्रॉसीक्यूशन) में भी घुसकर बीजेपी इसको भी प्रभावित करना चाहती है। उपराज्यपाल और दिल्ली के गृहमंत्री के बीच हुई बैठक में यह साफ हो गया कि भाजपा की मंशा सिर्फ एक है, और वह है निर्दोष किसानों से बदला लेना, किसानों को सजा दिलवाना और किसानों व इस किसानी आंदोलन को बदनाम करना।

दिल्ली में जब तक केजरीवाल सरकार है, भाजपा की केंद्र सरकार किसानों का कुछ नहीं बिगाड़ सकती- राघव चड्ढा

राघव चड्ढा ने आगे कहा कि मैं भाजपा को यह कहना चाहता हूं कि जब तक दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार है, आप किसी भी किसान का बाल भी बांका नहीं कर सकते हैं। हम लोग इंसाफ के हक में हैं। आम आदमी पार्टी न्याय चाहती है, बदला नहीं चाहती है। आप बदले की भावना से केजरीवाल सरकार के पब्लिक प्रॉसिक्यूटर को हटाकर के बीजेपी के पब्लिक प्रॉसिक्यूटर को लाना चाहते हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि दिल्ली सरकार का जो पब्लिक प्रॉसिक्यूटर हैं, क्या उनके खिलाफ कोई शिकायत है, क्या आप उनकी प्रदर्शन से खुश नहीं है, क्या वह मामले को हैंडल करने के काबिल नहीं है? जब ऐसी कोई बात है ही नहीं और जब उपराज्यपाल ने यह सारी बातें भरी बैठक में स्वीकारी है कि दिल्ली सरकार के वकील बहुत काबिल हैं। दिल्ली सरकार के वकील अच्छे से केस लड़ रहे हैं। दिल्ली सरकार के वकीलों की प्रगति से मैं खुश हूं और दिल्ली सरकार के वकीलों के खिलाफ कोई शिकायत नहीं है, तो फिर केजरीवाल सरकार के वकील हटाकर भाजपा के वकील को लाने की मंशा क्या है? यह आज हम पूछना चाहते हैं। अगर यह बदले की भावना नहीं है, तो फिर क्या है? उस बैठक में यह साफ किया गया कि भाजपा चाहती है कि किसानों को फंसाया जाए, किसानों को बदनाम किया जाए, उन्हें सजा दी जाए और एक सबक सिखाना चाहती है।

भाजपा आज हर किसी से लड़ाइयां लड़ रही है, अपने लोगों से लड़ाई लड़कर क्या मिलेगा?- राघव चड्ढा

उन्होंने आज आम आदमी पार्टी की ओर से भाजपा से कहा कि इस झगड़े और बदले की भावना को अपने मन से निकाल दीजिए। आप दिन-प्रतिदिन झगड़ालू बनते जा रहे हैं। आज आप हर एक लड़ रहे हैं। ट्वीटर से लेकर देश के किसान तक, छात्र से लेकर हर व्यक्ति से आज आप लड़ाइयां लड़ रहे हैं। अपने लोगों से लड़ाई लड़ कर क्या मिलेगा? देश का किसान देश का अन्नदाता है। देश का किसान देश का देवता है और उसकी पूजा होनी चाहिए। आज आपकी और हमारी थाली में अन्य सजता है, तो वह देश के किसान की वजह से सजता है। केंद्र सरकार के मन में देश के किसान के खिलाफ ऐसी बदले की भावना शोभा नहीं देती है। मैं भाजपा को कहना चाहूंगा कि आप सबके साथ मिलकर काम करें। पूर्व पीएम स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी से ही थोड़ा सीख लें कि कैसे स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई सबको साथ लेकर चला करते थे। आज आप सबसे लड़ाई कर रहे हैं। अपने अलायंस पार्टनर के साथ झगड़ा कर लिया, ट्विटर इंडिया से झगड़ा कर लिया और अब देश के किसानों झगड़ा कर रहे हैं।

देश के किसानों ने बड़े-बड़े घमंडी नेताओं को नीचे उतारा है, पश्चिम बंगाल इसका ताजा उदाहरण- राघव चड्ढा

राघव चड्ढा ने कहा कि केजरीवाल सरकार के पब्लिक प्रॉसिक्यूटर को हटाकर भाजपा अपने वकील लाना चाहती है तकि देश के किसानों से बदला लिया जाए और बदनाम किया जाए। इस बदले की भावना को अपने मन से निकालिए और अगर राजनैतिक तौर पर आपको समझाना हो, तो देश के किसानों ने बड़े-बड़े घमंडी नेताओं को नीचे उतारा है। बड़ी-बड़ी सरकारों को हटाया है। इसलिए देश के किसान को कम न आंकें। देश का किसान जब एकजुट होकर अपने मत की ताकत से जवाब देगा, तब आपको पता लगेगा। इसका थोड़ा सा नजारा आप अभी पश्चिम बंगाल में देख कर आए हैं। मैं राजनैतिक, प्रशासनिक और सामाजिक तौर पर भी भाजपा को हिदायत देना चाहता हूं कि इस निष्पक्ष न्यायिक कार्रवाई में हस्तक्षेप न करें। निर्दोष किसानों को सजा दिलाने की अपनी नापाक कोशिशें बंद करें। जब तक दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार है, तब तक भाजपा की मोदी सरकार देश के किसान का बाल भी बांका नहीं कर पाएगी। रिपोर्ट- कंचन अरोड़ा

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