
Bihar Politics: बिहार में नई सरकार बनन के बाद अब मंत्रिमंडल विस्तार में नेताओं को कुछ पाने की उम्मीद है। एनडीए की सहयोगी पार्टी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्यूलर) प्रमुख जीतनराम मांझी की बातों से तो कम से कम यही नजर आता है। बिहार के पूर्व सीएम रहे मांझी ने पत्रकारों से इस बारे में बात की। मांझी ने इस मंत्रिमंडल में पार्टी के दो लोगों को मंत्री बनाए जाने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि अगर यह मांग पूरी नहीं होती है तो यह अन्याय नहीं होगा। वहीं उन्होंने दावा किया कि महागठबंधन से उन्हें सीएम पद का ऑफर मिला था।
महागठबंधन से मिला सीएम पद का ऑफर’
महागठबंधन के बारे में जीतनराम मांझी बोले कि उनकी डायरेक्ट बात नहीं हुई है। लेकिन हमारे परिवार की बात हुई है। वो सीएम पद का ऑफर दे रहे हैं। बहुत पहले भी हमने यह बात कही है कि जीतनराम मांझी गरीब हो सकता है बेईमान नहीं। यदि कोई सोचे कि जीतनराम मांझी को पैसा या पद से कोई तोलेगा तो यह नहीं हो सकता। हम अपने वादे के पक्के हैं। नरेंद्र मोदी के साथ हैं एनडीए के साथ हैं।
‘आखिर क्या बात है…’
जीतनराम मांझी ने कहा कि अब तक यह देखा है कि सुबह में वोट होता था और शाम में मंत्री पद का बंटवारा हो जाता था। इस बार अभी ऐसा नहीं हुआ है। इसलिए हमको भी कहीं न कहीं लग रहा है कि आखिर क्या बात है…। उन्होंने कहा कि जहां तक मंत्रिमंडल के विस्तार की बात है तो सीएम ने कहा था कि एक दो रोज के अंदर हम विस्तार कर देंगे। इस गठबंधन में दो-तीन घटक दल हैं।
‘पांच तारीख तक मंत्रिमंडल के विस्तार की उम्मीद’
उन्होंने कहा, जेडीयू की तरफ से तो ऐसा कुछ समझ नहीं आ रहा है। भाजपा की तरफ से इस संबंध में देरी हो रही है। फिलहाल दोनों डिप्टी सीएम मिले हैं। उम्मीद है कि मामला सुलझ गया होगा। हो सकता है कि पांच तारीख तक मंत्रिमंडल का विस्तार होगा और विभागों का भी बंटवारा हो जाएगा। पांच तारीख तक ऐसा हो जाता है तो इसको विलंब नहीं कहा जाएगा।
दो मंत्री पद चाहते हैं जीतनराम मांझी
उन्होंने कहा कि पूर्व में भी हमारी मांग थी कि हमें दो मंत्री पद चाहिए। फिलहाल एक निर्दलीय विधायक को मंत्री पद दिया गया है और उन्हें मनचाहा विभाग देने की बात चल रही है। ऐसी परिस्थिति में हमारा क्लेम और मजबूत होता है। दरअसल मगध क्षेत्र में अनुसूचित जाति की बहुलता है तो सर्वणों में भी एक कद्दावर नेता की आवश्यकता है। हमारे पास सर्वणों के कद्दावर नेता हैं अनिल सिंह। वह चार बार विधायक रह चुके हैं। मंत्री भी रह चुके हैं। उन पर किसी प्रकार का कोई आरोप नहीं लगा है।
‘अमित शाह ने कहा था मुश्किल है’
बह बोले, इस संबंध में हमने बीजेपी नेता नित्यानंद राय से बात की थी। अमित शाह से बात हुई तो उन्होंने कहा था थोड़ा मुश्किल लगता है लेकिन उनके लिए मुश्किल को आसान करना संभव है। आपके माध्यम से यह बात उन तक पहुंचेगी। वैसे भी सीएम से यह बात करेंगे। अगर यह मांग पूरी नहीं होती है तो यह अन्याय नहीं होगा।
‘रिपोर्टः सुजीत श्रीवास्तव, ब्यूरोचीफ, बिहार
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