Uttarakhand: नैनी-सैनी हवाई पट्टी के संचालन के लिए भारतीय वायु सेना ने कसी कमर
उत्तराखंड के सीमांत जिले पिथौरागढ़ के नैनी-सैनी हवाई पट्टी के संचालन के लिए भारतीय वायु सेना ने अपनी कमर कस ली है। जिसको लेकर हवाई पट्टी को वायु सेना को सौंपने के लिए शासन स्तर पर प्रस्ताव तैयार हो चुका है। अब आगामी कैबिनेट में इसकी मंजूरी मिलने की संभावना जताई जा रही है। व्यावसायिक उड़ानों के लिए वायु सेना के साथ एमओयू किया जाएगा।
दरअसल, पिथौरागढ़ के नैनी-सैनी में व्यावसायिक उड़ानों के लिए 1991 में हवाई पट्टी बनाकर तैयार किया गया था। जिसमें रनवे की लंबाई 1510 मीटर और चौड़ाई 30 मीटर है। मौजूदा वक्त में हवाई पट्टी का संचालन प्रदेश सरकार द्वारा किया जा रहा है। आपको बता दें कि पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ हीं सामरिक महत्व को देखते हुए इस हवाई पट्टी के विस्तारीकरण के लिए भारतीय विमानपतन प्राधिकरण ने सर्वे किया था, लेकिन विस्तारीकरण की योजना आगे नहीं बढ़ पाई है।
आगामी कैबिनेट में मिल सकती है मंजूरी
बताते चलें कि नैनी-सैनी हवाई पट्टी का इस्तेमाल वायु सेना भी करती है। ऐसे में सामरिक महत्व के मद्धेनजर वायु सेना ने हवाई पट्टी सौंपने के लिए सरकार को प्रस्ताव भी दिया है। जिसको लेकर पूर्व में वर्ष अक्तूबर में मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने नैनी सैनी हवाई पट्टी का निरीक्षण किया था। शासन स्तर पर वायु सेना के अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर बैठकें भी हो चुकी है। जिसके बाद हवाई पट्टी वायु सेना को सौंपने के लिए आगामी कैबिनेट में मंजूरी मिलने के कयास लगाए जा रहे हैं।
मामले में जानकारी देते हुए नागरीक उड्डयन के सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि नैनी-सैनी हवाई पट्टी का संचालन के लिए वायु सेना की ओर से प्रस्ताव मिला था। इस पर विचार किया जा रहा है। जिसके बाद ही मंजूरी के लिए कैबिनेट में रखा जाएगा।
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