यूपी के गाजियाबाद जिले के बुधवार को दर्दनाक हादसा (Ghaziabad Accident) हो गया। मोदीनगर के दयावती मोदी पब्लिक स्कूल बस में सवार दस वर्षीय छात्र अनुराग भारद्वाज की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार अनुराग भारद्वाज ने स्कूल की चलती बस से सिर बाहर निकाला और वह लोहे के गेट से टकरा गया। छात्र के परिजनों ने स्कूल के मालिक और मोदी इंडस के चेयरमैन उमेश कुमार मोदी, स्कूल के प्रधानाचार्य नेत्रपाल सिंह व बस चालक ओमवीर के खिलाफ रंजिश में हत्या करने का मामला दर्ज कराया है।
मासूम छात्र ने स्कूल की चलती बस से बाहर निकाला सिर हुई मौत
इस मामलें में पुलिस ने प्रधानाचार्य व बस चालक को गिरफ्तार कर लिया है। बताते चलें कि यह हादसा बुधवार सुबह करीब साढ़े सात बजे स्कूल से 300 मीटर पहले हुआ। बस में सवार अन्य छात्रों के अनुसार अनुराग ने उल्टी करने के लिए सिर खिड़की से बाहर निकाला था। सिर बाहर निकलते ही लोहे के गेट से टकरा गया। वहीं, अनुराग की मां ने बताया कि सुबह स्कूल से सूचना दी गई कि बच्चे को चोट लगने के बाद स्कूल ले जाया गया है। वहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
अनुराग मुरादाबाद में CMO आफिस में तैनात नितिन भारद्वाज का थाइकलौता बेटा
अनुराग की मौत के बाद परिजन शव लेकर स्कूल पहुंचे। उस परिवार के साथ बड़ी संख्या में लोग थे। इन लोगों ने हत्या का केस दर्ज करने की मांग लेकर हंगामा किया। वहीं स्कूल पहुंचकर तोड़फोड़ भी की। केस दर्ज होने के बाद लोग चालक को उनसे सुपुर्द किए जाने की मांग करने लगे। लगभग पांच घंटे हंगामे के बाद पुलिस अफसरों के समझाने पर परिजन शांत हुए।
आरटीओ विभाग की तरफ से ब्लैक लिस्टेड थी बस
गाजियाबाद के मोदीनगर इलाके में जिस स्कूल बस में ये हादसा हुआ था वह आरटीओ विभाग की तरफ से ब्लैक लिस्टेड बस है। उसके बावजूद भी स्कूल प्रबंधन की तरफ से इस बस का इस्तेमाल किया जा रहा था।
मिले तथ्यों के आधार पर पुलिस करेगी आगे की कार्रवाई
पुलिस अधिकारियों ने म्रतक बच्चे के परिवार को समझा बुझाकर जाम खुलवाया हैं। परिवार को पुलिस अधिकारियों ने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है । साथ ही 4 दिन का समय मांगा हैं। जिसके बाद परिवार सड़क से हट गया है और एन एच 58 पर मोदीनगर में ट्रैफिक सुचारू हो गया है। वहीं गाजियाबाद एस पी देहात इराज राजा के अनुसार परिवार की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया था जिसमें कार्रवाई करते हुए पुलिस ने बस के ड्राइवर और कंडक्टर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं पुलिस इस मामले में अन्य आरोपियों के खिलाफ भी साक्ष्य जुटा रही है। पुलिस के अनुसार मिले तथ्यों के आधार पर पुलिस इस मामले में आगे कार्रवाई करेगी।