SSC SCAM: 100 करोड़ के घोटाले में चटर्जी मंत्री की बढ़ी मुश्किलें, ममता व अभिषेक ने बुलाई बैठक

नई दिल्ली। 100 करोड़ से ज्यादा के बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार राज्य के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी, मंत्री रहेंगे या नहीं, इसका फैसला आज शाम तक हो सकता है। पार्थ की इस्तीफे को लेकर जिस तरह से सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में अंदर ही सूर उठने लगे हैं, इसे लेकर तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने गुरुवार शाम को पार्टी की बैठक बुलाई है।
माना जा रहा है कि इस बैठक में पार्थ चटर्जी के भाग्य का फैसला होगा कि वे मंत्री रहेंगे या नहीं। दूसरी ओर, आज मु्ख्यमंत्री ममता बनर्जी कैबिनेट की बैठक करेंगी। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में भी पार्थ चटर्जी की मंत्री पद का मामला उठ सकता है। उल्लेखनीय है कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने ही पार्थ चटर्जी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यह भी कहा जा रहा है कि पार्थ चटर्जी आज शाम से पहले ही इस्तीफा दे सकते हैं।
सीएम ममता बनर्जी चटर्जी से पहले ही किनारा कर चुकी हैं। अब तृणमूल कांग्रेस के महासचिव कुणाल घोष ने उन्हें मंत्रिमंंडल समेत सभी पदों से हटाने की मांग की है। सीएम ममता बनर्जी ने आज दोपहर तीन बजे मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है। इसमें पार्थ चटर्जी को बर्खास्त करने या उन्हें इस्तीफा देने का निर्देश दिया जा सकता है। टीएमसी महासचिव कुणाल घोष ने आज ट्वीट कर कहा, ‘पार्थ चटर्जी को तुरंत मंत्रालय और पार्टी के सभी पदों से हटाया जाना चाहिए। उन्हें निष्कासित किया जाना चाहिए।
वॉश रूम में भी मिला नोटों का जखीरा
ईडी ने पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर अर्पिता मुखर्जी के चार ठिकानों को खंगाला है। कमरों के अलावा वॉश रूम में भी नकदी छिपाकर रखी गई थी। अब तक 53 करोड़ से ज्यादा की नकदी और सोना व डॉलर आदि मिले हैं। इसे देखते हुए ईडी को आशंका है कि यह घोटाला 100 करोड़ से ज्यादा का हो सकता है।
ईडी को ‘अदृश्य हाथों’ की तलाश
बंगाल शिक्षक घोटाला मामले में ईडी को अब अदृश्य हाथों की तलाश है। इन लोगों तक घोटाले की रकम पहुंची है। ईडी सूत्रों के अनुसार दोनों से पूछताछ और अर्पिता के घर से मिली तीन डायरियों से पता चलता है कि घोटाले के पैसे कुछ ऐसे लोगों तक पहुंचे हैं, जिनके बारे में अभी सटीक कुछ कहा नहीं जा सकता। इन डायरियों में कई जगह सांकेतिक भाषा में बहुत कुछ लिखा गया है। ईडी पूछताछ में इन सांकेतिक भाषाओं को समझने का प्रयास कर रही है। माना जा रहा है कि इन सांकेतिक भाषा में उन अदृश्य हाथों का भी जिक्र है, जिन तक घोटाले का पैसा पहुंचा है।

दोषी पाया जाए तो सजा दें, मुझे फर्क नहीं पड़ता : ममता
पार्थ चटर्जी को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने पहले ही कह चुकी हैं कि वह चाहती हैं कि सच्चाई सामने आए। वह भ्रष्टाचार का समर्थन नहीं करती हैं। सभी लोग एक जैसे नहीं होते हैं। बनर्जी ने कहा था, ‘एक निश्चित समय सीमा के अंदर सच्चाई के आधार पर फैसला दिया जाना चाहिए। अगर कोई दोषी पाया जाता है, तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उन्हें आजीवन कारावास की सजा दी जाती है।
बता दें, ईडी ने राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री व मौजूदा उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी को इस घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया है। उन्हें विशेष कोर्ट ने 3 अगस्त तक ईडी की हिरासत में सौंपा है। उनके अलावा टीएमसी विधायक माणिक भट्टाचार्य व चटर्जी के निजी सचिव सुकांत आचार्य भी घेरे में हैं।