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यशस्वी जयसवाल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए इंडियन टीम में शामिल

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टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ के कहने पर यशस्वी जयसवाल को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए इंडियन टीम में शामिल कर लिया गया है। यह मुकाबला लंदन के केनिंग्टन ओवल मैदान पर बुधवार 7 जून से रविवार 11 जून तक खेला जाएगा।

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यशस्वी जायसवाल को ऋतुराज गायकवाड़ की जगह टीम इंडिया में बतौर स्टैंडबाय शामिल किया गया है। ऋतुराज ने बोर्ड को जानकारी दी है कि वे 3-4 जून को शादी करने जा रहे हैं। टीम मैनेजमेंट ने यशस्वी को रेड बॉल से ट्रेनिंग करने के लिए कहा है। उनके पास पहले से वीजा है। ऐसे में वे 30 मई को इंग्लैंड के लिए रवाना होंगे।

यशस्वी हिंदुस्तानी क्रिकेट का भविष्य हैं

राजस्थान रॉयल्स से खेलने वाले इस युवा बल्लेबाज ने IPL 2023 में 14 पारियों में 625 रन बनाए। वहीं इस साल फर्स्ट क्लास टूर्नामेंट के 5 मैचों में उनके बल्ले से 404 रन आए। फर्स्ट क्लास क्रिकेट का उनका सर्वाधिक स्कोर 265 और औसत 80 का है। RR का कोच रहने के दौरान ही राहुल द्रविड़ ने कहा था कि यशस्वी हिंदुस्तानी क्रिकेट का भविष्य हैं।

ऋतुराज गायकवाड़ को बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 7 जून से होने वाले फाइनल के लिए बतौर ओपनर स्टैंडबाय के तौर पर रखा था। उन्होंने बोर्ड को जानकारी दी थी कि वे 5 जून के बाद टीम से जुड़ सकते हैं, लेकिन कोच राहुल द्रविड़ को जल्द उनकी रिप्लेसमेंट चाहिए थी।

राहुल द्रविड़ इस बड़े मुकाबले से पहले किसी किस्म की लापरवाही बरतने के मूड में बिल्कुल नहीं हैं। बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि यशस्वी जयसवाल को इसलिए टीम में जगह दी गई, क्योंकि गायकवाड़ ने बताया है कि वह अपनी शादी के कारण समय से रवाना नहीं हो सकेंगे।

राहुल द्रविड़ ने सेलेक्टर्स से उनका विकल्प मांगा

कोच राहुल द्रविड़ ने सेलेक्टर्स से उनका विकल्प मांगा। इस कारण यशस्वी को चुना गया। BCCI ने साफ कर दिया है कि आने वाले वक्त में शुभमन गिल के साथ बतौर ओपनर यशस्वी जयसवाल नजर आएंगे। फर्स्ट क्लास क्रिकेट के 15 मुकाबलों में यशस्वी 1845 रन ठोक चुके हैं। इस दौरान उन्होंने सिर्फ 2 अर्धशतक और 9 ताबड़तोड़ शतक लगाए हैं। यशस्वी हर बार स्टार्ट को बड़े स्कोर में तब्दील करना जानते हैं।

IPL 2023 में बल्ले से छाने वाले यशस्वी जयसवाल का क्रिकेटिंग करियर दिसंबर-जनवरी की कड़ाके की ठंड में ट्रक की छत पर सफर करते हुए मैच खेलने से शुरू हुआ था। इस IPL 5 अर्धशतक और 1 शतक जड़कर सुर्खियों में आए यशस्वी की शुरुआत मुंबई से नहीं बल्कि एन.एन.एस. क्रिकेट अकादमी, कलिंजरा रोड, झिंगटपुर,सुरियावां,भदोही, यूपी से हुई थी।

क्रिकेट का ककहरा आरिफ हुसैन से सीखा

N.N.S क्रिकेट एकेडमी ही वह जगह है, जहां 7 वर्ष की उम्र में नन्हे यशस्वी को उनके माता-पिता ने क्रिकेट की शिक्षा-दीक्षा के लिए भेजा था। यह क्रिकेट एकेडमी उत्तर प्रदेश के मशहूर क्रिकेट कोच आरिफ हुसैन की थी। यशस्वी को कोच आरिफ ने लगभग 5 साल तक अपने नेतृत्व में ट्रेन किया। 2008 से लेकर 2012 तक यशस्वी जयसवाल ने क्रिकेट का ककहरा आरिफ हुसैन से सीखा। आपको जानकर हैरानी होगी कि ट्रेनिंग के साल भर के भीतर ही यशस्वी ने एकेडमी की सीनियर टीम में जगह बना ली।

कोच बताते हैं कि यशस्वी शुरू से ही बेहद अनुशासित खिलाड़ी थे। उन्हें जो भी सीखने के लिए दिया जाता था, यशस्वी पूरी शिद्दत से वह टास्क कंप्लीट करते थे। यशस्वी गेंदबाजी में लेग स्पिन डालते थे और आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए भी आते थे।

सिर्फ 8 वर्ष की उम्र में ही यशस्वी ने अपने क्लब की सीनियर टीम को कई जगह मुकाबले जिता कर दिए। उसी दौर में उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में लेदर बॉल का बड़ा टूर्नामेंट चल रहा था और यशस्वी की टीम अंत में आकर फंस गई थी। विपक्षी टीम के धुरंधर तेज गेंदबाज लगातार बल्लेबाजों का इम्तिहान ले रहे थे। तब नन्हे यशस्वी ने उन गेंदबाजों का डटकर सामना किया और अंत में चौका जड़कर अपनी टीम को विजेता बना दिया।

2008 से लेकर 2012 के बीच लगातार 5 वर्षों तक कोच आरिफ के साथ उनकी पूरी टीम लोडेड ट्रक पर बैठकर उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में लेदर बॉल टूर्नामेंट खेलने जाती थी। दूर की यात्रा के दौरान अक्सर टिकट के पैसे नहीं होते थे, तो बेटिकट यात्रा कर रही पूरी टीम से कभी टीटी भी टिकट की मांग नहीं किया करते थे।

नालासोपारा में यशस्वी जयसवाल का पहला आशियाना था।

हर कोई नन्हे बच्चों के सपने साकार करने में अपने स्तर पर योगदान देना चाहता था। यूपी के अंडर-14 टीम में सिलेक्शन ना होने पर कोच आरिफ खान ने मैनेजर इसराइल अंसारी के साथ यशस्वी को मुंबई भेज दिया। मुंबई के नालासोपारा में यशस्वी जयसवाल का पहला आशियाना था।

वह वहीं से अपने ग्रुप के साथ प्रैक्टिस करने आजाद मैदान जाया करते थे। पर यशस्वी के अंकल का किराए का घर उतना बड़ा नहीं था, जहां रह कर वह अपनी क्रिकेट की तैयारी जारी रख सकें। यहां से यशस्वी ने काल्बादेवी डेयरी में रात के आशियाने की उम्मीद में काम किया। एक दिन ये कहते हुए यशस्वी का पूरा सामान फेंक दिया गया कि वह कुछ नहीं करता हैं।

आजाद मैदान के टेंट में रहने की जगह मिल

डेयरी के कार्यों में सहायता नहीं करता, बल्कि दिनभर क्रिकेट के अभ्यास के बाद थक कर चूर हो जाने के कारण सो जाता है। इसके बाद कई दिनों तक भूखे-प्यासे रहने के बाद यशस्वी को आजाद मैदान के टेंट में रहने की जगह मिल गई।

भीषण गर्मी के दौरान उस टेंट में सो पाना बहुत मुश्किल होता था। इसलिए यशस्वी अक्सर रात में बीच मैदान बिस्तर लगाते थे। पर खुले में सोने का नतीजा हुआ कि एक रात यशस्वी के आंख में कीड़े ने काट लिया। उनकी आंख बहुत ज्यादा फूल गई थी।

उस दिन के बाद से चाहे कितनी भी गर्मी क्यों ना हो, यशस्वी टेंट में ही सोते थे। इसके बाद गुजारा करने के लिए आजाद मैदान में होने वाली रामलीला में यशस्वी पानीपुरी और फल बेचने में मदद करने लगे। ऐसी कई रातें आईं, जब जिस ग्राउंड्समैन के साथ वह रहते थे उससे उनकी लड़ाई हो गई और बदले में यशस्वी को भूखा ही सोना पड़ा।

गोलगप्पे की दुकान

रामलीला के दौरान कई बार यशस्वी के साथ प्रैक्टिस करने वाले खिलाड़ी उनकी दुकान पर गोलगप्पे खाने आ जाते थे। यशस्वी को उस वक्त बहुत शर्म आती थी। यशस्वी देखते थे कि दूसरे खिलाड़ियों के लिए ट्रेनिंग सेशन के दौरान उनके माता-पिता लंच लेकर आते थे। पर यशस्वी को तो टेंट में ब्रेकफास्ट नहीं मिलता था, लंच और डिनर भी खुद से रोटी और सब्जी बनाने पर नसीब होता था।

सच्चाई पता चलने पर परिवार वापस बुला ले

यशस्वी कहते हैं कि मुझे वो दिन भी अच्छे से याद हैं, जब मैं लगभग बेशर्म हो गया था। मैं अपने टीममेट्स के साथ लंच के लिए जाता था, ये जानते हुए कि मेरे पास पैसे नहीं हैं। मैं उनसे कहता था, पैसे नहीं हैं लेकिन भूख है। जब एक-दो टीममेट चिढ़ाते, तो मैं गुस्से में जवाब नहीं देता था। आंसू पीकर रह जाता था। ये सब बातें यशस्वी ने अपने बचपन के कोच और परिवार को उस वक्त बिलकुल नहीं बताईं। उन्हें डर था कि सच्चाई पता चलने पर परिवार वापस बुला लेगा और फिर उनका हिंदुस्तान के लिए क्रिकेट खेलने का सपना अधूरा रह जाएगा।

यशस्वी जयसवाल की क्रिकेटिंग प्रतिभा को निखारने में उनके बचपन के कोच आरिफ खान का बड़ा योगदान रहा है। कोच और परिवार की तमाम उम्मीदें आज पूरी हो रही हैं। राजस्थान रॉयल्स की तरफ से IPL के जरिए ध्रुव तारा बनकर चमक रहे यशस्वी का टीम इंडिया के लिए खेलना लंबे अरसे तक के लिए पक्का हो गया है।

उम्मीद है कि 21 वर्षीय युवा खिलाड़ी यशस्वी जयसवाल और उनके कोच आरिफ खान का संघर्ष रंग लाएगा। यशस्वी अपनी बल्लेबाजी से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और साल के अंत में होने वाला ODI वर्ल्ड कप टीम इंडिया को जरूर जिताएगा।

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