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क्या स्मृति मंधाना भारत को वर्ल्ड कप जिता पाएंगी?

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16 साल की उम्र में भारत के लिए डेब्यू करने वाली स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) एशियन गेम्स गोल्ड जीतकर रो पड़ीं। इस ऐतिहासिक लम्हे में वह अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पाईं। स्मृति मंधाना 2 बार आईसीसी विमेंस क्रिकेटर ऑफ द ईयर (ICC Women’s Cricketer of the Year) का खिताब जीतने वाली इकलौती भारतीय महिला खिलाड़ी हैं।

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क्रिकेट में दिलचस्पी अपने भाई को खेलते हुए देखकर आई

स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) ने 9 साल की उम्र में महाराष्ट्र की अंडर-15 टीम में जगह बना ली थी। इसके बाद 11 साल की उम्र में स्मृति ने राज्य की अंडर-19 टीम में जगह पक्की कर ली थी। स्मृति ने अंडर-19 में जब 224 रनों की पारी खेली थी।तब उन्होंने राहुल द्रविड़ के बल्ले से बैटिंग की थी। यह बल्ला स्मृति के भाई को राहुल द्रविड़ ने गिफ्ट किया था।

स्मृति मंधाना(Smriti Mandhana) की क्रिकेट में दिलचस्पी अपने भाई को खेलते हुए देखकर आई। इसके बाद उन्होंने अपने पिता की इच्छा के अनुसार बाएं हाथ से बल्लेबाजी करना शुरू किया। एशियन गेम्स गोल्ड जीतने के बाद स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) ने कहा कि जब राष्ट्रगान के समय झंडा ऊपर की तरफ जा रहा था, तो मेरी आंखों में आंसू आ गए थे। यह काफी खास पल होता है।

तिरंगे का ऊंचा हवा में लहराना गौरवान्वित करने वाला लम्हा

स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) ने कहा मैं इस समय काफी खुश हूं और बहुत गर्व महसूस कर रही हूं। मैं भारत के लिए इसी तरह लगातार जीतना चाहती हूं। एशियन गेम्स गोल्ड जीतने के बाद मैं अपने इमोशंस पर काबू नहीं रख पा रही हूं। हम जो कुछ भी करते हैं, वह हमेशा तिरंगे के लिए होता है। ऐसे में गोल्ड जीतने के बाद तिरंगे का ऊंचा हवा में लहराना गौरवान्वित करने वाला लम्हा था। भारत बनाम श्रीलंका फाइनल मुकाबला पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के हांगझोऊ में झेजियांग यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी पिंगफेंग क्रिकेट फील्ड में खेला गया।

अगला लक्ष्य वर्ल्ड कप जीतना

स्मृति मंधाना(Smriti Mandhana) ने जेमिमा रोड्रिगेज के साथ मिलकर मिलकर 65 गेंद पर 73 रन जोड़े। जेमिमा रोड्रिगेज ने 40 गेंद पर 5 चौकों की मदद से 42 रन बनाए। स्मृति मंधाना  ने 45 गेंद पर 4 चौकों और 1 छक्के की मदद से 46 रनों की अहम पारी खेली। स्मृति और जेमिमा की पारी की बदौलत टीम इंडिया ने निर्धारित 20 ओवरों में 7 विकेट खोकर 116 रन बनाए। इसके बाद गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर भारत ने श्रीलंका को 20 ओवरों में 8 विकेट खोकर 97 के स्कोर पर रोकते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम करने में कामयाबी हासिल की। स्मृति (Smriti Mandhana) ने कहा कि हम लड़कियों का अगला लक्ष्य वर्ल्ड कप जीतना है।

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