जब भी बड़ा मौका आएगा, केएल राहुल का बल्ला जमकर चला
जो केएल राहुल 6 महीने पहले अपने पैरों पर खड़े नहीं हो पा रहे थे, उन्होंने पूरे पाकिस्तान के पांव उखाड़ दिए। 173 दिन बाद टीम इंडिया में वापसी कर रहे केएल राहुल ने वनडे करियर का छठा शतक जड़ा। यह उनका पाकिस्तान के खिलाफ पहला शतक है। तारीख थी 1 मई 2023 और केएल राहुल RCB के खिलाफ फील्डिंग कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें जांघ में चोट लगी और वह महीनों के लिए क्रिकेट फील्ड से दूर हो गए। 9 मई 2023 को लंदन में राहुल की बड़ी सर्जरी हुई। इसके बाद केएल राहुल स्टिक के सहारे चलते हुए नजर आए।
आखिरकार राहुल की मेहनत रंग लाई।
क्रिकेट में यह सर्जरी मेजर मानी जाती है और इसके बाद वापसी करना बेहद मुश्किल होता है। केएल राहुल ने मन में ठान रखा था कि मैं हर हाल में एशिया कप और वर्ल्ड कप खेलूंगा। इसके लिए उन्होंने नेशनल क्रिकेट एकेडमी, बेंगलुरु में दिन-रात पसीना बहाया। हालांकि एशिया कप के शुरुआती 2 मुकाबले में उन्हें फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं मिला। फिर भी केएल राहुल ने हार नहीं मानी। उन्होंने टीम इंडिया में वापसी के लिए जान लड़ा दी। आखिरकार राहुल की मेहनत रंग लाई।
खिलाड़ी और स्टाफ ने उन्हें स्टैंडिंग ओवेशन दिया
केएल राहुल जब वापस आए, तब टीम में उनकी जगह पक्की नहीं थी। उनकी जगह ईशान किशन ने पाकिस्तान के खिलाफ लीग मैच में 82 रनों की पारी खेली थी। हालांकि सुपर 4 मुकाबले के 1 दिन पहले श्रेयस अय्यर की पीठ में खिंचाव आ गया और उनकी जगह राहुल को सेकंड डाउन बल्लेबाजी के लिए भेज दिया गया। यह मैच केएल राहुल की जिंदगी के सबसे महत्वपूर्ण मुकाबलों में से एक था।
अगर वह फ्लॉप हो जाते, तो आलोचक राहुल के पीछे हाथ धोकर पड़ते। राहुल ने अपनी बल्लेबाजी से पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया। राहुल के शतक लगाते ही ड्रेसिंग रूम में मौजूद खिलाड़ी और स्टाफ ने उन्हें स्टैंडिंग ओवेशन दिया। राहुल ने इस शतक के साथ चीफ सिलेक्टर अजीत अगरकर और कप्तान रोहित शर्मा के भरोसे को कायम रखा। उन्होंने 106 गेंदों में 12 चौके और 2 छक्कों की मदद से नाबाद 111 रन की पारी खेली। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 104.72 का रहा।
भारतीय बैटिंग लाइनअप में केएल राहुल की क्या अहमियत
इस पारी ने बता दिया कि भारतीय बैटिंग लाइनअप में केएल राहुल की क्या अहमियत है। उन्होंने वर्ल्ड कप में नंबर 4 पर अपनी जगह पक्की कर ली। राहुल ने विराट कोहली के साथ मिलकर 193 गेंदों में 233 रन की साझेदारी निभाई। यह एशिया कप में किसी भी विकेट के लिए भारत की ओवरऑल सबसे बड़ी साझेदारी है। वनडे एशिया कप में यह किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी है। इससे पहले मोहम्मद हफीज और नासिर जमशेद ने 2012 में 224 रन की साझेदारी निभाई थी।
यह वनडे में तीसरी बार है, जब भारत के नंबर 3 और नंबर 4 बल्लेबाज ने एक साथ शतक लगाया है। इससे पहले राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर ने 1999 में केन्या के खिलाफ ब्रिस्टल में, गौतम गंभीर और विराट कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ 2009 में कोलकाता में ऐसा किया था। आलोचक कह रहे थे कि जब राहुल चोटिल हैं, तब उन्हें टीम में क्यों शामिल किया गया? इस पारी से उन्होंने सभी को बता दिया कि केएल राहुल बड़े मैच के बड़े खिलाड़ी हैं। जब भी बड़ा मौका आएगा, केएल राहुल का बल्ला तूफान उठाएगा।