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सूर्य कुमार यादव की क्या है संघर्ष की कहानी, जानें

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कहते हैं कि हर एक चमकते सितारे के पीछे एक संघर्ष की कहानी भी होती है। आज हम ऐसे  ही क्रिकेट के खिलाड़ी के बारे में बताएंगे जो कि अपने जिसने बड़े ही  कम समय में अर्श से फर्श तक का सफर तय किया है।

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भारत और श्रीलंका के बीच खेली गई टी20 सीरीज में सूर्यकुमार यादव ने शानदार प्रदर्शन किया।वे इस सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। सूर्या को तीसरे मैच के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ भी चुना गया. इसमें उन्होंने नाबाद शतक जड़ा। लेकिन एक वक्त ऐसा था जब सूर्या को खराब प्रदर्शन की वजह से मुंबई की टीम से निकाल दिया गया था। इसके साथ-साथ उनसे कप्तानी भी छीन ली गई थी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और दमदार वापसी की।

संघर्षों की राहों से गुजरे सूर्य कुमार यादव

दरअसल सूर्यकुमार को मुंबई टीम का कप्तान बनाया गया था। लेकिन खराब प्रदर्शन की वजह से 2014-15 में उनसे कप्तानी छीन ली गई थी। वे रणजी ट्रॉफी के लिए बनाए गए थे। यह सिलसिला इतने पर ही नहीं रुका. उन्हें 2018-19 सीजन के लिए टीम से बाहर भी कर दिया गया था। हालांकि इसके बाद भी सूर्या ने हार नहीं मानी। उन्होंने कठिन मेहनत के दम पर वापसी की और इसके बाद नहीं रुके।

अगर सूर्या के अब तक के करियर पर नजर डालें तो वह प्रभावी रहा है. उन्होंने भारत के लिए 45 टी20 मैच खेले हैं और इस दौरान 1578 रन बनाए हैं। इस फॉर्मेट में 3 शतक और 13 अर्धशतक लगा चुके हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 117 रन रहा है। वे 16 वनडे मैचों में 384 रन बना चुके हैं। सूर्या ने इंडियन प्रीमियर लीग में 123 मैच खेले हैं और इसमें 2644 रन बनाए हैं।इस दौरान उन्होंने 16 अर्धशतक लगाए हैं।

गौरतलब है कि भारत और श्रीलंका के बीच टी20 सीरीज के बाद अब वनडे सीरीज खेली जाएगी। इस सीरीज के लिए भी सूर्यकुमार को टीम में शामिल किया गया है। वे रोहित शर्मा की कप्तानी में 10 जनवरी को खेले जाने वाले मुकाबले में मैदान में उतरेंगे।

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