कोहली की RCB को IPL से बाहर करने वाली गुजरात, कैसे क्वालीफायर वन में मत खा गये ?

विराट कोहली की RCB को IPL से बाहर करने के लिए अंतिम लीग मैच में मजबूत टीम उतारना गुजरात को क्वालीफायर वन में भारी पड़ गया। क्वालीफायर वन में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए CSK ने 7 विकेट खोकर 172 रन बनाए। जवाब में GT 157 पर ऑल आउट हो गई और 15 रन से मैच हार गई।
गुजरात 13 मैच खेल कर 9 जीत चुकी थी और हर हाल में नंबर वन पर फिनिश करने वाली थी। 21 मई को उसे बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में RCB के खिलाफ अंतिम लीग मैच खेलकर 23 मई को CSK से क्वालीफायर वन में भिड़ना था।
कोई भी टीम क्वालीफायर वन की तैयारी की खातिर अपनी फुल फ्लेजेड टीम लीग मैच में उतारने का जोखिम नहीं लेती। पर गुजरात ने बेंगलुरु के खिलाफ वह मुकाबला कुछ इस तरह से खेला, मानो उसे जीतना GT के लिए आईपीएल ट्रॉफी जीतने से भी ज्यादा महत्वपूर्ण था।
चेन्नई की टीम 20 मई को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ अंतिम लीग मैच खेलकर क्वालीफायर वन की तैयारी में लग गई। चेपॉक स्टेडियम में टर्निंग विकेट तैयार किया गया। टॉस जीतकर हार्दिक पंड्या ने कहा कि हमने सुना है बाद में ओस आएगी, इसलिए गुजरात पहले गेंदबाजी करेगी। चूंकि धोनी कुछ दिन पहले ही चेन्नई पहुंच चुके थे।
उन्होंने हार्दिक की बात को गलत ठहराते हुए कहा कि आसपास ठंडी हवा होने के कारण दूसरी पारी में भी ओस नहीं आएगी। आउटफील्ड पहली इनिंग की ही तरह सूखा रहेगा। अगर गुजरात टाइटंस का मैनेजमेंट क्वालीफायर वन पर ज्यादा फोकस कर रहा होता, तो उन्हें ओस के संबंध में बेहतर जानकारी होती। पर अफसोस, उनकी सारी शक्ति रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को टूर्नामेंट से बाहर करने में लगी थी।
ऐसा भी नहीं है कि किसी टीम को IPL के किसी मैच में कमजोर टीम उतारनी चाहिए। पर समझदारी यही कहती है कि हमें इस बात पर फोकस करना चाहिए कि कहां पर जीतना ज्यादा जरूरी है। हार्दिक पंड्या की कप्तानी में गुजरात टाइटंस को लगा कि हमने चेन्नई सुपर किंग्स को IPL में तीनों भिड़ंत में पटखनी दी है।
ऐसे में क्वालीफायर वन में उन्हें हराना शायद ज्यादा मुश्किल नहीं होगा। यहीं पर माही को हल्के में लेना GT पर भारी पड़ गया। हार के बाद गुजरात के कप्तान ने खुद कहा कि टर्निंग ट्रैक पर धोनी के रहते आप हमेशा टारगेट से 10 रन ज्यादा चेज करते हैं। गुजरात के पास फाइनल में पहुंचने का एक और मौका होगा। पर IPL में 31 मैच खेलकर पहली बार GT ऑलआउट हुई। थकान और रणनीतिक चूक कहीं ना कहीं लास्ट ईयर की चैंपियन टीम पर भारी पड़ गई।