रेपो रेट 6.5% पर रह सकती है, RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास दरों का करेंगे ऐलान 

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शुक्रवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक समिति समिति के फैसलों की जानकारी दी। आरबीआई लगातार चौथी बार ब्याज दरों को स्थिर रख सकता है, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है। 3 अक्टूबर को मौद्रिक समिति समिति की बैठक शुरू होगी।

फरवरी 2023 में रिज़र्व बैंक ने रेपो रेटिंग 6.5% कर दी थी। इसके बाद से इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है। हर दो महीने में मौद्रिक परिषद की बैठक होती है। अप्रैल में इस वित्त वर्ष की पहली बैठक हुई थी। वहीं पिछले वित्त वर्ष में छह बार का रेपो रेट 2.50% बढ़ गया था ।

RBI के पास रेपो रेट के रूप में महंगाई से लड़ने का एक शक्तिशाली टूल है। जब महंगाई बहुत ज्यादा होती है तो, RBI रेपो रेट बढ़ाकर इकोनॉमी में मनी फ्लो को कम करने की कोशिश करता है। बैंकों को आरक्षण से मिलने वाला ऋण अधिक महंगा होगा जब रिजर्वो रेटिंग रेटिंग होगी। बाद में बैंक लोन अधिक महंगा हो गया । इससे अर्थव्यवस्था में धन का प्रवाह कम होता है। जब मनी फ़्लो कम होता है, तो डिज़ाइन कम होता है और बिज़नेस कम होता है। जब अर्थव्यवस्था ख़राब हो जाती है, तो धन फ़्लो को बढ़ाने की ज़रूरत होती है। आईएसओ आरबीआई रेट कम करता है।

महंगाई और GDP अनुमान भी जारी करेगा RBI

  • RBI गवर्नर महंगाई अनुमान और GDP अनुमान भी जारी करेंगे। पिछली मीटिंग में RBI ने महंगाई अनुमान को FY24 में 5.1% से बढ़ाकर 5.4% कर दिया था। RBI गवर्नर ने कहा कि महंगाई को लेकर चिंता और अनिश्चितता अभी भी बरकरार है।
  • FY24 में रियल GDP ग्रोथ का अनुमान 6.5% पर बरकरार रखा था। वहीं FY25 की पहली तिमाही में रियल GDP अनुमान 6.6% दिया था। RBI गवर्नर ने कहा था कि दूसरे देशों के मुकाबले भारत ग्‍लोबल चुनौतियों से निपटने में ज्‍यादा सक्षम है।

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