
हिंदू धर्म में भगवान शिव के प्रति सभी की गहरी आस्था है। भगवान शिव से जुड़ा सोमवार का व्रत हो या सावन का पावन महीना दोनों को बहुत ही पवित्र माना जाता है। मान्यता है भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सोमवार का दिन बहुत मुख्य है। भगवान भोलेनाथ इतने भोले हैं कि उन्हें सिर्फ जल चढाने मात्र से ही हर मनोकामना पूरी होती है। जो भी भक्त सच्चे मन और विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा करता है उसे जीवन के सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है।
ऐसे में लोग सोमवार को भोलेनाथ को खुश करने के लिए व्रत भी रखते हैं। वहीं माना जाता है कि जो महिलाएं या फिर कुंवारी कन्याएं सोमवार के व्रत रखकर भगवान शिव की पूजा करती हैं उन्हें अखंड सौभाग्यवती और मनचाहे वर की प्राप्ति का वरदान मिलता है।
लेकिन सोमवार व्रत में कुछ बातों का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी माना जाता है, ताकि शुभ फल प्राप्त हो। तो आइए जानते हैं सोमवार व्रत में किन नियमों का पालन करना चाहिए
व्रत में इन बातों का रखें ध्यान
पूजा के दौरान इस बात का ध्यान रखें कि शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव को तुलसी दल, हल्दी और केतकी का फूल अर्पित करना निषेध माना गया है। इसके अलावा व्रत में गेंहू, मैदा, आटा, बेसन, सत्तू जैसे अन्न का सेवन नहीं करना चाहिए।
व्रत में कुंवारी कन्याएं मौसमी फलों, कुट्टू के आटे, साबूदाना, दूध, दही, पनीर, सेंधा नमक आदि का सेवन कर सकती हैं।
वहीं, मान्यता है कि सोमवार के व्रत में 108 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप बहुत फलदायी होता है।