मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) के साथ-साथ चंद्रमा देव (Chandra Dev) की भी पूजा की जाती है। इसके साथ ही घरों में भगवान विष्णु की सत्यनारायण कथा भी की जाती है। हिन्दू धार्मिक मान्यता के अनुसार मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) की पूजा करने से धन धान्य, वैभव और सुख-समृद्धि के सभी द्वार खुल जाते हैं।
वैशाख पूर्णिमा में मां लक्ष्मी को प्रसंन करने की विधि
वैशाख पूर्णिमा (Vaishakh Purnima) के दिन पवित्र नदी में या घर पर पानी में 2 बूंद गंगा जल डालकर स्नान करें। घर के मंदिर को पूरी तरह साफ करें और गंगाजल छिड़कें। सभी देवी-देवताओं का आह्वान कर प्रणाम करें। भगवान विष्णु की तस्वीर, प्रतिमा पर हल्दी से अभिषेक करें तथा उन्हें तुलसी अर्पित करें। भगवान विष्णु की हर पूजा में तुलसी को जरूर शामिल करना चाहिए। भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी की पूजा और आरती करें। पूजा के दौरान भगवान विष्णु को सात्विक चीजों का भोग लगाएं और खुद व्रत का संकल्प लें।
मां लक्ष्मी के महामंत्र
1. ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम: यह वैभव लक्ष्मी (Laxmi) का मंत्र है,इस मंत्र का जाप 108 बार करने से व्यक्ति को लाभ मिलता है।
2. धनाय नमो नम: देवी मां के इस मंत्र का रोजाना 11 बार जाप करना चाहिए। इससे व्यक्ति की धन संबंधित परेशानियां दूर होती हैं।
3. ॐ लक्ष्मी नम: इस मंत्र का अगर जाप किया जाए तो व्यक्ति के घर में लक्ष्मी का वास होता है. साथ ही घर में कभी अन्न और धन की कमी भी नहीं होती है. इस मंत्र का जाप कुश आसन पर ही करना चाहिए।
4. ॐ ह्रीं ह्रीं श्री लक्ष्मी वासुदेवाय नम: इस मंत्र का जाप किसी भी शुभ कार्य करने से पहले करें. ऐसा करने से सभी कार्य निर्विघ्न संपन्न होते हैं।
5. लक्ष्मी नारायण नम: इस मंत्र का जाप करने से दाम्पत्य जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है. पति-पत्नी के बीच का संबंध भी अच्छा बना रहता है।