
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी (MPC) की बैठक खत्म होने वाली है। आज रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) पॉलिसी का ऐलान करेंगे। महंगाई दर और दुनियाभर के सेंट्रल बैंकों के रुख को देखते हुए यह माना जा रहा है कि रिजर्व बैंक एक बार फिर रेपो रेट (Repo Rate) में बढ़ोतरी कर सकता है। बता दें, महंगाई का मौजूदा स्तर दुनिया भर के सेंट्रल बैंक पर ब्याज दरों को बढ़ाने का दबाव बना रहा है। इससे पहले हुई मौद्रिक नीति समिति की बैठक में भी RBI ने रेपो रेट में बढ़ोतरी की थी।
एक्सपर्ट्स की मानें तो रिजर्व बैंक रेट में 0.25 से 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी कर सकता है। इस समय देश में रेपो रेट 4.90 फीसदी पर है और इसमें 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी करके इसे 5.40 फीसदी पर लाया जा सकता है।
रेपो रेट बढ़ने का असर आपके होम लोन, कार लोन या अन्य किसी भी लोन पर पड़ेगा। यदि आपका पहले से लोन चल रहा है या आप लोन लेने वाले हैं तो आने वाले दिनों में बैंक की तरफ से ब्याज दर बढ़ने से EMI पहले के मुकाबले ज्यादा जाएगी।
क्या होता है रेपो रेट? What is Repo Rate
जिस रेट पर आरबीआई की तरफ से बैंकों को लोन दिया जाता है, उसे रेपो रेट कहा जाता है। रेपो रेट बढ़ने का मतलब है कि बैंकों को आरबीआई से महंगे रेट पर कर्ज मिलेगा। इससे होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन आदि की ब्याज दर बढ़ जाएगी, जिससे आपकी ईएमआई पर सीधा असर पड़ेगा।
इससे पहले मई में आरबीआई ने रेपो रेट में 0.40 फीसदी और जून में 0.50 फीसदी का इजाफा कर दिया था। इसके बाद रेपो रेट फिलहाल 4.90 फीसदी की दर पर है। अगर आज इसकी दरों में 0.35 फीसदी या 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की जाती है तो ये 5 फीसदी के पार चली जाएगी।