किसान नेता राकेश टिकैत ने मोदी सरकार के दावों पर साधा निशाना, कहीं ये बात

Rakesh Tikait
Rakesh Tikait: किसान नेता राकेश टिकैत ने मोदी सरकार के दावों पर निशाना साधा. राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी तो नहीं हुई बल्कि कर्जा जरूर दोगुना हो गया है।
राकेश टिकैत ने शनिवार को एटा में किसानों के महापंचायत में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने संसद में हुई धक्का मुक्की का बचाव किया और पूरे घटनाक्रम की फुटेज मांगी।
अलग-अलग फोटो दिखाई जा रही है
राकेश टिकैत ने तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी इतने ताकतवर हो गए हैं कि दो सांसदों को घायल कर दिया। राकेश टिकैत ने घायल सांसदों के इलाज के सवाल पर कहा कि उनके हर घंटे इलाज की अलग-अलग फोटो दिखाई जा रही है, इतना सबके लिए होने लगे तो सभी को बेहतर मेडिकल फैसिलिटी मिलनी शुरू हो जाएगी।
संसदीय मर्यादाओं का उल्लंघन हो रहा
किसान नेता ने कहा कि ये इतिहास में पहला मामला है, जब धक्का-मुक्की करके केस रजिस्टर किया गया। इससे छवि खराब हो रही हैं। टिकैत ने कहा कि संसदीय मर्यादा में गिरावट आ रही है, संसदीय मर्यादाओं का उल्लंघन हो रहा है।
राकेश टिकैत ने कहा, “सरकार अडानी को बचाने का काम कर रही है, अडानी तो उन्हीं के आदमी हैं.” राकेश टिकैत ने सवाल किया कि क्या इस मुद्दे पर संसद चल रही है, बहस कहां हों रही है, अगर विपक्ष वाले आवाज उठाये तो वे कैंसल कर देते हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि विपक्ष अपनी बात पार्लियामेंट में नहीं कहेगा तो कहा कहेगा?
एमएसपी गारंटी कानून लागू करने की मांग
हरियाणा के पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला के निधन पर राकेश टिकैत ने कहा, “ओम प्रकाश चौटाला किसानों के लिए लड़ाई लड़ने वाले ग्राउंड लेवल के नेता थे. उन्होंने कहा कि 13 माह तक दिल्ली में किसान आंदोलन चलने की वजह से अब सरकार किसानों का नाम लेने को मजबूर हो गई है। राकेश टिकैत ने सरकार से फसलों पर MSP गारंटी कानून लागू करने की मांग की।
क्या संभल धार्मिक नगरी है
किसानों के अलग- अलग संगठन बनने पर नाराजगी जाहिर करते हुए राकेश टिकैत ने कहा, “बंटोगे तो लुटोगे. ” राकेश टिकैत ने सीएम योगी के ‘बंटोगे तो कटोगे’ वाले नारे को धार्मिक ध्रुवीकरण बताया। संभल के मुद्दे पर बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि क्या संभल धार्मिक नगरी है, जो सरकार उसको मुद्दा बना रही है।
किसानों की बैठक में फैसला लेंगे
राकेश टिकैत ने स्वामीनाथन आयोग और पंजाब सांसद की चन्नी कमेटी की हालिया दिनों पेश रिपोर्ट को लागू करने और किसान आयोग के गठन की मांग की. उन्होंने इस मौके पर आगे कहा कि नोएडा की जेलों में बंद किसानों को जल्द छोड़ा जाए. टिकैत ने कहा कि इस पर 23 दिसंबर को सिसौली में किसानों की बैठक में फैसला लेंगे।
राकेश टिकैत ने मोदी सरकार के दावों पर निशाना साधते हुए कहा कि किसानों की आय दोगुनी तो नहीं हुई है बल्कि उन पर कर्जा दोगुना हो गया। उन्होंने कहा कि एमएसपी की गारंटी की लड़ाई वे देश भर में लड़ेंगे जब तक कानून नहीं बन जाता है।
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