प्रधानमंत्री ने आईपीएस प्रोबेशनरों से कहा कि वे अगले 25 वर्षों के दौरान देश में सूरज की स्थापना में प्रमुख भूमिका निभाएं

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने आई पी एस प्रोबेशनर्स से आने वाले 25 वर्षों में देश में सुराज्य स्थापित करने में मुख्य भूमिका निभाने को कहा है। बता दें कि उन्होंने इन अधिकारियों से आग्रह किया कि वे अपने हर फैसले में राष्ट्रीय हित को ध्यान में रखें और राष्ट्र पहले–सदैव पहले का मंत्र याद रखें। प्रधानमंत्री आज सवेरे हैदराबाद की सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी के आई पी एस प्रोबेशनरों से वर्चुअल संवाद कर रहे थे।
मालूम हो कि उन्होंने बताया है कि देश के विकास के मार्ग में आन्तरिक और बाहरी चुनौतियां बढ रही हैं, इसलिए टैक्नोलोजी में बाधा पहुंचाने की कोशिशों से निपटने और साइबर तथा डिजिटल धोखाधड़ी की बुराई रोकने के लिए तैयार रहना होगा। श्री मोदी ने कहा है कि आंतरिक सुरक्षा बनाये रखने में विकास और कल्याण कार्यों की मुख्य भूमिका होती है। उन्होंने आई पी एस प्रोबेशनरों से आग्रह किया कि वे लोगों की भावनाओं को समझें और सभी मुददों को संयमपूर्वक निपटायें।
जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि पुलिस की नई और युवा पीढी पुलिस की नकारात्मक छवि को बदलने में अवश्य कामयाब होगी। श्री मोदी ने मालदीव और भूटान जैसे मित्र देशों से सहयोग और खासकर कोविड महामारी के दौरान आपसी सहयोग का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इस अकादमी में प्रशिक्षण लेने वाले पुलिस अधिकारी इन देशों के सहयोग से डिजिटल, साइबर और अन्तर्राष्ट्रीय घोटाले रोकने में सफल होंगे।
महिला अधिकारियों की संख्या बढ़ाने पर बोलें प्रधानमंत्री
सूत्रों के मुताबिक इससे पहले प्रधानमंत्री ने इन प्रोबेशनरों से संवाद में बताया है कि वे पुलिस सुधारों और समूचे पुलिस बल में फिटनेस बनाये रखने पर विशेष ध्यान दें। प्रधानमंत्री मोदी ने पुलिस सेवाओं में महिला अधिकारियों की संख्या बढ़ने का उल्लेख करते हुए बताया है कि इससे देश की अन्य महिलाओं को भी प्रेरणा मिल रही है। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय भी इस अवसर पर मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने तमिलनाडु, छत्तीसगढ, राजस्थान, केरल और आन्ध्रप्रदेश सहित विभिन्न राज्यों के कैडरों के आई पी एस प्रोबेशनरों से बातचीत की है।