ऐपल के डिवाइस यूज नहीं करेंगे राष्ट्रपति पुतिन के कर्मचारी, जासूसी की आशंका में रूसी सरकार ने लिया फैसला

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के दफ्तर में काम करने वाले कर्मचारी अब अमेरिकी ब्रांड ऐपल के डिवाइस यूज नहीं कर सकेंगे। रूसी सरकार ने ये फैसला यूक्रेन से चल रहे यूद्ध के बीच जासूसी की आशंका के चलते लिया है। इस संबंध में सोमवार को फरमान जारी किया गया है। सोमवार (20 मार्च) को समाचार पत्र बिजनेस डेली कॉमर्सेंट ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि रूसी प्रेसिडेंट एडमिनिस्ट्रेशन के वे सदस्य जो घरेलू मुद्दों में काम कर रहे हैं, वे मार्च अंत तक ऐपल के डिवाइस यूज करना बंद कर दें। रूसी अधिकारियों को iOS ऑपरेटिंग सिस्टम चलाने वाले अपने डिवाइसेस को “फेंकना या अपने बच्चों को देना होगा।” सूत्र के मुताबिक इस बारे में मार्च की शुरुआत में आयोजित हुए एक सेमिनार चर्चा की गई थी।
इन अधिकारियों को भी करेगा प्रभावित
कॉमर्सेंट की रिपोर्ट के अनुसार मामले पर अंतिम फाइनल स्टेटमेंट और डेडलाइन सीधे डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ सर्गेई किरिंको से आई है जो, जो घरेलू नीति के विभिन्न पहलुओं के प्रभारी हैं और राष्ट्रपति कार्यालय में कई विभागों की निगरानी करते हैं। समाचार पत्र ने बताया कि ये बेन उन अधिकारियों को भी प्रभावित करेगा जो प्रशासन की ओर से स्थानीय सरकारों के साथ संपर्क करते हैं।
यूक्रेन की मदद कर रहा अमेरिका
बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को एक साल से भी ज्यादा हो चुका है। इस यूद्ध में अमेरिका यूक्रेन की मदद कर रहा है।
रूस-यूक्रेन युद्ध में 27 हजार से ज्यादा जानें गईं
इस जंग ने 27 हजार से ज्यादा की जानें ले ली हैं। वहीं 1.86 करोड़ से ज्यादा लोगों को बेघर करके उन्हें मुल्क छोड़ने को मजबूर किया है। यूनिसेफ के मुताबिक युद्ध से यूक्रेन के 50 लाख से अधिक बच्चों की पढ़ाई रुक गई। साथ ही छोटे बच्चों के पढ़ने के लिए स्कूल ही नहीं बचे हैं। ये आंकड़े सभी संस्थाओं के अलग-अलग हैं।
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