Advertisement

दिल्ली में प्रदूषण NGT की कमजोरी का सबूत है : जयराम रमेश

Share
Advertisement

New Delhi: दिल्ली में बढ़ रहे वायु प्रदूषण के कारण से स्कूलों को बंद कर दिया गया है। इस बीच कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इस बात पर अफसोस जताया कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) वायु प्रदूषण के रोकथाम के लिए मौजूदा प्रावधानों को लागू करने में कमजोर साबित हो रही है। जयराम ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण NGT की कमजोरी का सबूत है।

Advertisement

2014 में हुई थी एक विशेषज्ञ समिति की स्थापना

एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए जयराम रमेश ने लिखा कि जनवरी 2014 में प्रदूषण और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर एक विशेषज्ञ समिति की स्थापना की गई थी। जिसने 2015 में अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। तब से राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण के अधिकार छीने जाने के साथ साथ नियम और मानक दोनों में ही हमारी प्रवर्तन मशीनरी में कमजोरियां स्पष्ट रूप से सामने आ रही है।

व्यापक राष्ट्रीय परिवेश वायु गुणवत्ता मानक किया गया था लागू

अपने पोस्ट के साथ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने 18 नवंबर 2009 की एक प्रेस रिलीज साझा की है। उस वक्त कांग्रेस की सरकार केंद्र में थी। रमेश ने कहा है कि नवंबर 2009 में IIT कानपुर और अन्य संस्थानों द्वारा गहन समीक्षा के बाद एक ज्यादा कठोर और व्यापक राष्ट्रीय परिवेश वायु गुणवत्ता मानक लागू किया गया था। जिसमें सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक माने जाने वाले बारह प्रदूषकों को शामिल किया गया था। व्यापक राष्ट्रीय परिवेश वायु गुणवत्ता मानक के कार्यान्वयन के वक्त जो प्रेस रिलीज आया था  उससे उस समय हुए महत्वपूर्ण बदलाव की सोच का पता चलता है।

यह भी पढ़े : Air Pollution: पांच साल में दिल्ली सबसे प्रदूषित शहर-रिपोर्ट, जानें अन्य राजधानी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *