कौन हैं हरक सिंह रावत? जानिए क्या है इनका राजनीतिक सफर, बीजेपी ने क्यों निकाला?
हरक सिंह रावत बीजेपी में कैबिनेट मंत्री थे। हरक सिंह को बीजेपी ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। बता दें कि हरक सिंह कांग्रेस से निष्कासित किए जाने के बाद बीजेपी से जुड़े थे। हरक सिंह मूल रूप से उत्तराखंड के रहने वाले हैं। आइए जानते हैं हरक सिंह रावत जीवन परिचय-
हरक सिंह रावत का जन्म 15 दिसंबर 1960 को पौरी, उत्तराखंड (तत्कालीन उत्तर प्रदेश) में हुआ। उन्होंने 1984 में कला विषय से स्नातकोत्तर की डिग्री ली। इसके बाद हरक सिंह ने 1996 में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर, उत्तराखंड से सैन्य विज्ञान में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की उपाधि ली।
हरक सिंह रावत से संबंधित राजनीतिक घटनाक्रम
- 1991 में पौरी से चुनाव जीते और मंत्री बने
- 2002 में लांसडाउन निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए
- 2007 में हरक सिंह उत्तराखंड विधानसभा में विपक्ष के नेता बने
- 2007 में ही वे लांसडाउन विधानसभा से फिर निर्वाचित हुए
- 2012 में रुद्र प्रयाग निर्वाचन क्षेत्र चुनाव जीता और कृषि, चिकित्सा शिक्षा और सैनिक कल्याण कैबिनेट मंत्री बने
- 2014 में आम चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार बने
- 2017 में कोटद्वारा उत्तराखंड विधानसभा का गठन किया
- उसके बाद वे बीजेपी में गए
- अब फिर से कांग्रेस में वापस जाने की खबर है
हरक सिंह रावत जीवन परिचय – एक नजर
- नाम – हरक सिंह रावत
- जन्मतिथि – 15 दिसंबर 1960
- जन्मस्थान – पौरी, उत्तराखंड
- उम्र – 62 साल (2022 के अनुसार)
- शिक्षा – डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त
- पिता का नाम – श्री नारायण सिंह
- माता का नाम – पता नहीं
- पत्नी का नाम – दीप्ति रावत
- बच्चे – एक बेटा (नाम पता नहीं)
- शुद्ध संपत्ति – 2.69 करोड़
हरक सिंह रावत का राजनीतिक सफर
हरक सिंह रावत 1991 में पौरी विधानसभा सीट से चुनाव जीते और तत्कालीन उत्तर प्रदेश के सबसे छोटे मंत्री बने। इसके बाद 2014 में हरक सिंह रावत लोकसभा चुनाव में गढ़वाल से कांग्रेस के उम्मीदवार थे। हरक सिंह रावत को इससे पहले उस वक्त कांग्रेस ने बाहर का रास्ता दिखा दिया था जब उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत के खिलाफ उन्होंने नौ विधायकों के साथ मिलकर विद्रोह किया था।
कांग्रेस से निष्कासित किए जाने के बाद हरक सिंह बीजेपी में शामिल हो गए। अब फिर से बीजेपी ने हरक सिंह रावत को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। हरक सिंह रावत को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि बीजेपी अपने मूल्यों से समझौता नहीं करेगी। बीजेपी वंशवाद और परिवारवाद को बढ़ावा नहीं देगी। पार्टी से किसी एक जाने से कोई फूट नहीं होगी।