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पाकिस्तान की निकल गई हेकड़ी! हो गए बेचैन, शहबाज शरीफ बोले- हम पड़ोसी मुल्क के साथ जल बंटवारे, शांति को लेकर करेंगे बात

Pm Shahbaz Sharif : पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ उठाए सख्त कदमों से पड़ोसी मुल्क में बेचैन कर दिया है. जिसके बाद से ही पीएम शहबाज शरीफ बड़ी उलझन में हैं. भारत से मिली करारी हार के बाद शहबाज (Shahbaz Sharif) परेशान होते दिखाई दिए हैं. अब उन्होंने कश्मीर, जल बंटवारे के साथ ही व्यापार सहित दीर्घकालिक समस्याओं को लेकर भारत के बात करने की इच्छा जताई है. उन्होंने अपनी तेहरान यात्रा के दौरान ये बयान दिया है.

Shahbaz Sharif बातचीत के लि्ए तैयार

पाकिस्तानी मीडिया डॉन की एक रिपोर्ट में कहा गया कि, ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शरीफ (Shahbaz Sharif) ने कहा , “हम अपने पड़ोसी के साथ जल मुद्दों पर शांति के लिए बातचीत करने के लिए तैयार हैं. हम व्यापार को बढ़ावा देने और आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भी बातचीत करना चाहते हैं.”

हम शांति के लिए काम करना चाहते हैं – Shahbaz Sharif

हालांकि एक के बाद बयान देते हुए पीएम शहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) ने कहा, “हम शांति चाहते हैं, वार्ता के माध्यम से क्षेत्र में शांति के लिए काम करना चाहते हैं साथ ही हम अपने लंबित मुद्दों का समाधान करेंगे.” पाक पीएम ने कहा, “लेकिन यदि वे मेरे शांति के इस प्रस्ताव को स्वीकार करते हैं, तो हम दिखा देंगे कि हम सच में, गंभीरता और ईमानदारी से शांति चाहते हैं.”

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बता दें कि शरीफ तुर्की की यात्रा के बाद सोमवार को ईरान की यात्रा पर थे. जिसके बाद उनका ताजिकिस्तान और अजरबैजान जाने का कार्यक्रम है. ईरानी सरकारी मीडिया नें एक रिपोर्ट में जानकारी देते हुए कहा, राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने भारत और पाकिस्तान के बीच स्थायी युद्ध विराम के लिए ईरान का समर्थन व्यक्त किया है. विवादों को सुलझाने और शांति को बढ़ावा देने के लिए क्षेत्रीय देशों के बीच वार्ता का आह्वान किया है.

सिंधु जल संधि को किया स्थगित

पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने सिंधु जल संधि स्थगित की थी, वहीं इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत हुई थी. पाकिस्तान के इस आतंकी हमले के बाद सरकार ने कई कदम उठाए, जिनमें से एक सिंधु जल संधि को स्थगित करना भी था.

विदेश मंत्री एस जयशंकर के मुताबिक

मालूम हो विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने इससे पहले दोहराया था कि 1960 में हस्ताक्षरित सिंधु जल संधि वर्तमान में पाकिस्तान के सीमा पार आतंकवाद के चलते स्थगित है. भारत और पाकिस्तान के बीच यह संधि, सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों के जल संसाधनों के बंटवारे को नियंत्रित करने में मदद करती है. दूसरी और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा था कि जलवायु परिवर्तन और जनसांख्यिकीय बदलावों ने जमीनी स्तर पर नई वास्तविकताएं पैदा की हैं.

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