हमारी लड़ाई सभापति से नहीं, सत्ता पक्ष के खिलाफ : जयराम रमेश

New Delhi : संसद की सुरक्षा में सेंध मामले को लेकर विपक्ष ने शीतकालीन सत्र में गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग की थी। इस दौरान विपक्ष की तरफ से कार्यवाही में व्यवधान डालने के लिए लोकसभा और राज्यसभा से 146 सांसदों को निलंबित कर दिया गया। इस दौरान उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ पर टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी की मिमिक्री ने विवाद को हवा दे दी थी। जिसके बाद से मामला और गरमा गया। इस सबके बाद अब कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने पार्टी का रूख स्पष्ट किया है।
जयराम रमेश ने क्या कहा?
जयराम रमेश ने कहा कि राज्यसभा के सभापति की तरफ से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को 2-3 पत्र लिखे हैं। इन सभी पत्रों का जवाब भी मल्लिकार्जुन खड़गे की तरफ से दिया गया है। जहां तक सभापति से मिलने का सवाल है तो वह आज नहीं मिल पाएंगे। क्योंकि, वह दिल्ली से बाहर हैं। वह अगले 2-3 दिनों में सभापति से मुलाकात करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि हमारी लड़ाई सभापति के खिलाफ नहीं, बल्कि सत्ता पक्ष के खिलाफ है। स्पीकर और सभापति संवैधानिक प्राधिकारी हैं, और हम उनका पूरा सम्मान करते हैं।
शाह और पीएम मोदी को बयान देना चाहिए
जयराम रमेश ने कहा कि सरकार को मन बनाना चाहिए कि वो सदन चलाना चाहते हैं या नहीं। विपक्ष को मौका देना चाहते हैं या नहीं। यह असली मुद्दा है। हमारी सिर्फ इतनी मांग है कि अमित शाह और पीएम मोदी को सुरक्षा उल्लंघन मुद्दे पर बयान देना चाहिए। वह सदन को नजरंदाज करके बाहर वक्तव्य दे रहे हैं। वह 13 दिसंबर के संसद कांड पर सदन में जवाब देने से लगातार बच रहे हैं। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने एक समारोह के दौरान कहा था कि मैं पीड़ित हूं।
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