पुरी के जगन्नाथ मंदिर परिसर में नहीं खा सकेंगे अब पान और गुटखा
पुरी जगन्नाथ मंदिर (Odisha Jagannathan Temple) में नए नियम नए साल से लागू किए जाएंगे। एक जनवरी से मंदिर परिसर में पान और गुटखा पूरी तरह से प्रतिबंधित हो जाएगा। वो श्रद्धालु जोकि पान या फिर गुटखा का सेवन करते हैं वह अब ऐसा करते हुए मंदिर परिसर में नहीं जा सकेंगे. पुरी के जगन्नाथ मंदिर के अधिकारियों ने एक जनवरी 2024 से पान और गुटखा खाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है.
इस निर्णय की घोषणा श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन के मुख्य प्रशासक रंजन कुमार दास ने की. दास ने कहा कि श्रद्धालुओं, सेवादारों और मंदिर के कर्मचारियों के लिए प्रतिबंध को सख्ती से लागू किया जाएगा. उन्होंने मंगलवार (15 नवंबर 2023) को संवाददाताओं से कहा, ‘मंदिर परिसर में पान और गुटखा नहीं खाने के लिए नवंबर और दिसंबर में जागरूकता फैलाई जाएगी, जबकि निषेध एक जनवरी से लागू होगा.
नियम का उल्लंघन करने वालों पर लगेगा जुर्माना
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने कहा है कि जो कोई भी इस नियम का उल्लंघन करता हुआ पाया जाएगा उन लोगों पर जुर्माना लगाया जाएगा. मंदिर प्रशासन ने इस मामले पर सेवादारों के शीर्ष संगठन छत्तीसा निजोग को भी पत्र लिखा. इसने पत्र में कहा कि मंदिर परिसर में इस तरह की चीजें खाने पर जुर्माने का प्रावधान है, लेकिन नियम का कोई भी पालन नहीं कर रहा है.
क्या मंदिर में ड्रेस कोड भी लागू होगा?
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने कहा है कि वह एक जनवरी से श्रद्धालुओं के लिए एक ‘ड्रेस कोड’ लागू करेगा. दास ने कहा था, ‘मंदिर की गरिमा और पवित्रता बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है. दुर्भाग्यवश, कुछ लोग दूसरे लोगों की धार्मिक भावनाओं की परवाह किए बिना मंदिर में आ जाते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘कुछ लोगों को मंदिर में फटी जींस, बिना आस्तीन वाले कपड़े और हाफ पैंट पहने देखा गया, मानो ये लोग समुद्री तट या पार्क में घूम रहे हों. मंदिर में भगवान रहते हैं, मंदिर मनोरंजन का कोई स्थान नहीं है.’