अरब सागर और अदन की खाड़ी में चौकसी बढ़ाने की तैयारी कर रही नौसेना, लाल सागर में हलचल से गहराई चिंता
New Delhi : नौसेना ने अरब सागर और अदन की खाड़ी में सतर्कता बढ़ाने का निर्णय लिया है। नौसेना ने अग्रिम पंक्ति के विध्वंसक और फ्रिगेट तैनात करने का फैसला लिया है। निगरानी तंत्र को मजबूत करने के कारणों पर नौसेना ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में लाल सागर, अदन की खाड़ी और मध्य/उत्तरी अरब सागर में हलचल बढ़ी है।
सुरक्षाबलों की संख्या भी बढ़ाई गई है
दरअसल, बीते कुछ सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय शिपिंग लेन से गुजरने वाले व्यापारिक जहाजों पर हमले किए गए हैं। इस पर नौसेना ने कहा कि हालिया घटनाओं के मद्देनजर अरब सागर और अदन की खाड़ी में हो रही घटनाओं पर सेना की करीबी नजर है। भारतीय नौसेना ने मध्य/उत्तरी अरब सागर में समुद्री निगरानी काफी हद तक बढ़ाई है। सुरक्षाबलों की संख्या भी बढ़ाई गई है।
नौसेना तटरक्षक बल के साथ समन्वय कर रही है
नौसेना ने कहा कि समुद्री सुरक्षा अभियान के तहत व्यापारिक जहाजों को सहायता प्रदान की जाएगी। संपूर्ण समुद्री क्षेत्र जागरूकता के लिए लंबी दूरी के समुद्री गश्ती विमानों की मदद ली जा रही है। विमानों की मदद से हवाई निगरानी भी बढ़ा दी गई है। नौसेना के मुताबिक भारतीय विशेष आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) की प्रभावी निगरानी के लिए भारतीय नौसेना तटरक्षक बल के साथ समन्वय कर रही है।
सुरक्षाबलों ने क्या बताया?
राष्ट्रीय समुद्री एजेंसियों के साथ समन्वय में भारतीय नौसेना की हालत की बारीकी से निगरानी कर रही है। सुरक्षाबलों ने कहा कि भारतीय नौसेना अरब सागर और ईईजेड क्षेत्र में व्यापारिक जहाजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। गौरतलब है कि लाइबेरिया के झंडे वाले मालवाहक जहाज एमवी केम प्लूटो को बीते 23 दिसंबर को निशाना बनाया गया था। इस पर भारतीय चालक दल के 21 सदस्य सवार थे। भारत के पश्चिमी तट पर एमवी केम प्लूटो को ड्रोन से निशाना बनाया गया था।
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