Prayagraj Flood: खतरे के निशान से ऊपर गंगा-यमुना, संगम जाने वाले सभी रास्ते बाढ़ की चपेट में, कई लोग हुए बेघर
प्रयागराज। संगम नगरी प्रयागराज में गंगा और यमुना दोनों ही नदियां जबरदस्त उफान पर हैं और लगातार तबाही मचा रही हैं। दोनों नदियां खतरे के निशान से उपर बह रही है।
प्रयागराज में कल से लगातार बारिश हो रही है। पिछले कई घंटों से हो रही लगातार बारिश ने जहां एक तरफ आम जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है तो वहीं इसने बाढ़ प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए मुसीबत खड़ा कर दिया है। बारिश की वजह से शहर के कई इलाकों में जलजमाव हो गया है। सड़के हो या गलियां हर जगह बारिश ने तबाही मचा दी है। साथ ही पूरा शहर बाढ़ की चपेट में आ गया है।
प्रयागराज में गंगा-यमुना और टोंस जैसी नदियां लगातार उफान पर हैं। ये नदियां आज लगातार चौथे दिन भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। गंगा नदी जहां खतरे के निशान से तकरीबन डेढ़ मीटर ऊपर बह रही है तो वही यमुना एक मीटर ऊपर। टोंस नदी ने तो जबरदस्त तबाही मचा रखी है। बाढ़ का पानी हर घंटे नए इलाकों में घुसता जा रहा है और राहत और बचाव काम सही से नहीं हो पा रहा है।
जनता की परेशानी बढ़ी
बता दें कि प्रयागराज में आई इस जबरदस्त बाढ़ ने एक लाख से ज्यादा लोगों को प्रभावित कर दिया है तो वहीं इसने हजारों लोगों को बेघर भी कर दिया हैं। कई लोगों को राहत कैंपों में शरण लेनी पड़ी है, वहीं इसने लोगों की आस्था पर भी जबरदस्त असर डाला है। संगम जाने वाले सभी रास्ते बाढ़ के पानी में लगातार डूबते जा रहे हैं।
प्रयागराज में बाढ़ के हालात कई दिनों से बिगड़ते जा रहे हैं। इसका सबसे ज्यादा असर गंगा के तटवर्ती इलाकों में देखने को मिल रहा है। शहर से सटे हुए झूसी इलाके में कई बिल्डिंग तो पूरी तरह बाढ़ के पानी में समा गई हैं। उनका सिर्फ ऊपरी हिस्सा ही कुछ फीट तक दिखाई दे रहा है।
जनता सरकार से मदद के लिए लगातार गुहार लगा रही है लेकिन उन तक सरकारी अमला अब तक नहीं पहुंच पा रहा है। कई लोगों को खाने की परेशानी हो रही है तो किसी को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा है। लोगों की परेशानी लगातार बढ़ती ही जा रही है और कोई भी उनकी मदद के लिए सामने नहीं आ रहा है।