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भारत में भी कोरोना के नए वैरिएंट की एंट्री,जानें अब तक केसों का आंकड़ा और कितना हो सकता है आने वाले समय में इस वैरिएंट का खतरा

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क्या कोरोना की नई लहर ने भारत में दस्तक दे दी है। 2 साल कोरोना ने पूरी दुनिया में कहर बरपाया था और अब फिर एक बार कोरोना के नए वैरिएंट ने लोगों को चिंता में डाल दिया है। जहां चीन में कोरोना ने आतंक मचा रखा है ऐसें में भारत ने इससे सबक लेते ही पहले से सावधानियां बरतनी शुरू कर दी है। केंद्र सरकार ने लोगों से फिर से मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करने को कहा है और देशभर में कल से अस्पतालों में मॉक ड्रिल भी शुरू की जा चुकी है, लेकिन एक सवाल ये भी सामने आ रहा है कि क्या भारत में कोरोना की चौथी लहर की शुरुआत हो गई है? सवाल इसलिए क्योंकि कोरोना के वीकली केसे फिर से बढ़ने लगे हैं। करीब दो महीने बाद वीकली केसों में उछाल आने लगा है। स्वास्थ्य मंत्रालय से मिले आंकड़ों के मुताबिक, एक हफ्ते में भारत में कोरोना के मामलों में 14 फीसदी से ज्यादा का उछाल आया है।

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बात अगर आंकड़ो की कर ली जाए तो 13 से 19 दिसंबर के बीच देशभर में कोरोना के 1,104 मामले सामने आए थे जबकि, 20 से 26 दिसंबर के बीच 1,260 मामले सामने आए हैं। हालांकि, 13 से 19 दिसंबर के बीच 15 लोगों की मौत कोरोना से हुई है। वहीं, 20 से 26 दिसंबर के बीच 19 मौतें हुईं हैं। हालांकि, मौतों के इन आंकड़ों में कुछ पुरानी मौतें भी शामिल हैं। वो इसलिए क्योंकि केरल पुरानी मौतों को भी आंकड़ों में शामिल कर रहा है। मसलन, 22 दिसंबर को 9 मौतें हुई थीं, लेकिन इनमें से 6 मौतें पुरानी थीं। यानी, ये पहले हो चुकी थीं लेकिन इन्हें बाद में कोविड डेथ में काउंट किया गया था। इतना ही नहीं, देश में कोरोना का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में भी मामूली बढ़ोतरी हुई है. 22 दिसंबर तक एक्टिव केसेस की संख्या 3,380 थी जो 26 दिसंबर तक बढ़कर 3,421 पर पहुंच गई है।

फिलहाल तो चौथी लहर का कोई खतरा दिख नहीं रहा। एक्सपर्ट भी यही मानते हैं कि चौथी लहर की गुंजाइश कम है। उसकी वजह ये है कि भारत में 90 फीसदी से ज्यादा आबादी में कोरोना के खिलाफ इम्युनिटी है। वहीं डॉ. गुलेरिया ने बताया है कि BF.7 भारत में जुलाई में आ गया था, लेकिन हमने देखा कि इसकी वजह से न तो हॉस्पिटलाइजेशन बढ़ा और न ही मौतें. डॉ. गुलेरिया का मानना है कि ये वैरिएंट लंबे समय तक भी रह सकता है लेकिन इससे नई लहर आने की उम्मीद नहीं है।

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