Advertisement

Eileen Collins: 36 दिन अंतरिक्ष में बिताए, दुनिया की पहली अंतरिक्ष यान उड़ाने वाली महिला बनीं, एलिन कोलिंस

eileen-collins-Eileen Collins becomes the world's first woman to fly in a space shuttle

eileen-collins-Eileen Collins becomes the world's first woman to fly in a space shuttle

Share

Eileen Collins:

Advertisement

4 विश्वविद्यालयों से चार अलग-अलग विषयों में चार डिग्री लीं। अंतरिक्ष की (Eileen Collins) दुनिया से जुड़कर वह एस्ट्रोनॉट बन गईं और चार स्पेस मिशन में शामिल हुईं। अंतरिक्ष में 36 दिन बिताकर दुनिया की पहली महिला अंतरिक्ष यान उड़ाने वाली बनीं। 3 फरवरी 1995 को, Eileen Collins ने पहली बार डिस्कवरी स्पेस शटल STS-63 को उड़ाया और रूसी मीर अंतरिक्ष स्टेशन तक ले गई।

Advertisement

You May Also Like

27 साल के करियर में 537 घंटे अंतरिक्ष में बिताए

डिस्कवरी 8 दिन 6 घंटे और 28 मिनट अंतरिक्ष में रहने (Eileen Collins) के बाद 11 फरवरी 1995 को KSC पर वापस उतरी। और इसके बाद 23 जुलाई 1999 को एलिन कोलिंस अंतरिक्ष में स्पेस शटल की कमान संभालने वाली पहली महिला भी बनी। 27 साल की सर्विस के बाद मई 2006 में एलिन नासा से रिटायर हुईं और आजकल न्यूयॉर्क में रहती हैं। एलिन कोलिंस ने 4 स्पेस मिशन STS-63 डिस्कवरी, STS-84 अटलांटिस, STS-93 कोलंबिया, STS-114 डिस्कवरी में 537 घंटे से अधिक समय अंतरिक्ष में बिताया।

साइंस, गणित, मैनेजमेंट, इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएट

19 नवंबर 1956 को अमेरिका के न्यूयॉर्क में जन्मी कोलिंस ने 4 अलग-अलग विश्वविद्यालयों से विज्ञान, गणित, अर्थशास्त्र और प्रबंधन में डिप्लोमा किया। वह बचपन से अंतरिक्ष यात्री बनने और अंतरिक्ष यान उड़ाने का सपना देखती थी। ग्रेजुएशन के बाद AFROTC जॉइन किया और वेंस एयरफोर्स बेस में अंडर ग्रेजुएट पायलट ट्रेनिंग के लिए सेलेक्ट हुईं।

ट्रेनिंग के बाद उन्हें T-38 टैलोन जेट का प्रशिक्षक बनाया गया। 1986 में वे अमेरिकन एयरफोर्स एकेडमी में नियुक्त हुईं। वे अमेरिकी वायुसेना के टेस्ट पायलट स्कूल में दाखिला लेने वालीं दूसरी महिला बनीं। कोलिंस ने एकेडमी में 4 साल बिताए और नासा ने उन्हें एकेडमी से चुने गए 13 अंतरिक्ष यात्रियों की टीम में शामिल किया।

चंद्रा एक्सरे वेधशाला को अंतरिक्ष में लॉन्च किया

कोलिंस ने नासा में कई साल ट्रेनिंग की और डिस्कवरी चलाने के लायक बनीं। 3 फरवरी 1995 को वे STS-63 मिशन का हिस्सा बनीं और डिस्कवरी स्पेस शटल को रूसी मीर अंतरिक्ष स्टेशन तक लेकर गईं। 2 साल बाद 1997 में कोलिंस STS-84 का हिस्सा बनीं। कोलिंस का तीसरा स्पेस मिशन उनके और नासा दोनों के लिए मील का पत्थर साबित हुआ।

क्योंकि STS-93 ने कोलिंस की कमान में चंद्रा एक्स-रे वेधशाला को पृथ्वी की कक्षा में लॉन्च किया था। 26 जुलाई 2005 को कैनेडी स्पेस सेंटर से STS-114 ‘रिटर्न टू फ़्लाइट’ मिशन लॉन्च किया गया। कोलिंस ने कमांडर बनकर इस मिशन को लीड किया। 1978 से 2005 तक उन्होंने नासा में सेवाएं दी और मई 2006 में कोलिंस ने नासा से रिटायरमेंट ले ली।

यह भी पढ़ें- Lal Krishna Advani: लालकृष्ण आडवाणी होंगे भारत रत्न से सम्मानित, पीएम ने दी जानकारी

Hindi Khabar App देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए l हिन्दी ख़बर ऐप

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *