कर्नाटक के 23वें मुख्यमंत्री बने बसवराज बोम्मई, राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने दिलाई पद और गोपनीयता की शपथ
कर्नाटक। आज सुबह 11 बजे बसवराज बोम्मई ने कर्नाटक के 23वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है। कर्नाटक राजभवन के ग्लास हाउस में आयोजित एक कार्यक्रम में राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने बसवराज बोम्मई को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। आज से वे कर्नाटक राज्य की कमान संभालेंगे।
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरुप्पा भी शपथ ग्रहण समारोह के दौरान मौजूद रहे। साथ ही बीजेपी के कई और वरिष्ठ नेता भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। बता दें कि बसवराज बोम्मई अब तक कर्नाटक के गृहमंत्री के तौर पर काम कर रहे थे लेकिन अब उन्होंने मुख्यमंत्री के तौर पर राज्य की कमान संभाली है। बता दें कि बसवराज बोम्मई लिंगायत समुदाय से आते हैं। इनके पिता एसआर बोम्मई भी 1988 में 281 दिन के लिए मुख्यमंत्री रहे थे।
इससे पहले बी एस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दिया था जिसके बाद से कर्नाटक के गृहमंत्री बसवराज बोम्मई को सीएम पद के लिए चुना गया था। इस मामले में बीते मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी की विधायक दल की बैठक की गई थी। बैठक में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मुख्यमंत्री पद के लिए बसवराज बोम्मई के नाम का एलान किया था। बोम्मई के सीएम बनने का प्रस्ताव खुद, कार्यवाहक सीएम बीएस येदियुरप्पा ने रखा था।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में तीन डिप्टी सीएम बनाए जा सकते हैं। भाजपा सूत्रों की अगर मानें तो आर. अशोक, गोविंद करजोल और बी. श्रीरामालु को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। बता दें कि इससे पहले आर. अशोक, येदियुरप्पा की सरकार में राजस्व मंत्री के पद पर तैनात थे। और गोविंद करजोल पहले से ही डिप्टी सीएम के पद पर कार्यरत थे। साथ ही श्रीरामलु कर्नाटक सरकार में समाज कल्याण मंत्री थे।
शपथ ग्रहण समारोह से ठीक पहले बसवराज बोम्मई ने कहा कि, ‘अरविंद बेलाड और मुरुगेश निरानी मेरे दोस्त और सहकर्मी हैं। हम एक टीम के तौर पर साथ में काम करेंगे.’ लिंगायत वोटबैंक के सवाल पर बोम्मई ने कहा- ‘हम एक राष्ट्रीय पार्टी हैं और सभी समुदायों को एक साथ ले जाना चाहते हैं। मेरी प्राथमिकता होगी कि मैं आर्थिक और क्षेत्रीय असमानता को दूर कर पाउं। एक बार आर्थिक असमानता दूर हो जाएगी, तो सभी मुद्दों का समाधान हो जाएगा। मैं चाहता हूं कि सभी समुदायों का विकास हो और राज्य समृद्ध हो।’
जानिए इनके राजनीतिक करियर के बारे में
बसवराज बोम्मई ने जनता दल से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। 28 जनवरी 1960 को जन्मे बसवराज बोम्मई के पिता एसआर बोम्मई भी कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में काम कर चुके हैं। साल 2008 में बसवराज बोम्मई ने भारतीय जनता पार्टी का हाथ थामा था। ऐसा माना जाता है कि बीजेपी में आने के बाद से उनका करियर काफी तेजी से बढ़ा। इससे पहले वे राज्य सरकार में जल संसाधन मंत्री के तौर पर काम कर चुके हैं। बता दें कि बोम्मई मैकेनिकल इंजीनियरिंग से ग्रेजुएट हैं।