अशोक गहलोत ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से बात की लेकिन अभी तक राजस्थान कांग्रेस में जारी गतिरोध में कोई सफलता नहीं मिली है। रविवार को जयपुर में देर रात हुए सियासी ड्रामे के बाद दोनों ने पहली बार बात की है। अशोक गहलोत ने कथित तौर पर सोनिया गांधी से कहा कि वह कांग्रेस आलाकमान को कभी चुनौती नहीं देंगे।
कथित तौर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रति वफादार राजस्थान के 80 से अधिक कांग्रेस विधायकों के इस्तीफा देने के कुछ दिनों बाद मुख्यमंत्री गहलोत गांधी परिवार के पक्ष में हो गए है। अशोक गहलोत को पार्टी की अध्यक्ष पद की दौड़ से बाहर किये जाने की संभावना है क्योंकि कांग्रेस आलाकमान उनसे नाराज है। इसके साथ ही अब पांच दिग्गज अब दौड़ में हैं – शशि थरूर, मुकुल वासनिक, मल्लिकार्जुन खड़गे, दिग्विजय सिंह और केसी वेणुगोपाल।
आगामी कांग्रेस अध्यक्ष चुनावों के बारे में अंतिम निर्णय लेने से पहले सोनिया गांधी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मिलना और परामर्श करना जारी रखेंगी। वह कल एके एंटनी से मुलाकात करेंगी।
छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि उन्हें ज़्यादा आईडिया नहीं है कि राजस्थान कांग्रेस में क्या चल रहा है।
We briefed Congress interim Pres Sonia Gandhi about work done so far regarding Congress president elections. Elections will happen as per schedule. Till now nominations forms have been taken by Sashi Tharoor and Pawan Bansal: Congress central election authority chairman M Mistry pic.twitter.com/jHwp9YBD7I
— ANI (@ANI) September 27, 2022
कांग्रेस केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष एम मिस्त्री ने कहा, “हमने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष चुनावों के संबंध में अब तक किए गए कार्यों के बारे में जानकारी दी। तय कार्यक्रम के अनुसार चुनाव होंगे। अब तक शशि थरूर और पवन बंसल द्वारा नामांकन फॉर्म लिए गए हैं।
वहीं आज अशोक गहलोत के कार्यालय ने स्पष्ट कि उन्होंने पार्टी विधायकों की कोई बैठक नहीं बुलाई है। वह नियमित काम से गुजर रहे है।