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दिल्ली की ऐतिहासिक इमारत इंडिया गेट पर बनी अमर जवान ज्योति मशाल, बुझा दी जाएगी आज….

amar jawan jyoti
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इंडिया गेट भारत की ऐतिहासिक जगहों में से एक है। इसी इंडिया गेट के मेहराब के नीचे अमर जवान ज्योति है जो हमेशा जलती रहती है। यह 1971 में हुए युद्ध के समय शहीद हुए सैनिकों की याद में जलाया जाता है। इस युद्ध में भारत ने जीत हासिल की थी। साथ ही बांग्लादेश का गठन हुआ था। इसके बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 26 जनवरी 1972 को इसका उद्घाटन किया था।

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आज बुझा दी जायेगी अमर जवान ज्योति

दिल्ली के इंडिया गेट पर बनी अमर जवान ज्योति का आज आखरी दिन है। आज यह मशाल हमेशा-हमेशा के लिए बुझा दी जायेगी। अब यह मशाल नेशनल वॉर मेमोरियल की मशाल के साथ जलती दिखाई देगी। यह कार्य आज दोपहर 3:30 बजे एक कार्यक्रम के पश्चात राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जल रही लौ में विलय किया जाएगा। जो कि इंडिया गेट के दूसरी तरफ केवल 400 मीटर की दूरी पर स्थित है।

क्यों नेशनल वॉर मेमोरियल के साथ जलाया जाएगा

अमर जवान ज्योति को नेशनल मेमोरियल मशाल के साथ मिलाने की वजह ये है कि दो जगह मशाल की देख-रेख करने में काफी कठनाई आ रही है। जानकारी के मुताबीक सेना का भी कहना है जबकि देश के शहीदों के लिए नेशनल वॉर मेमोरियल बन गया है, तो फिर अमर जवान ज्योति पर क्यों अलग से ज्योति जलाई जाती रहे। आपको बता दें कि 25 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री ने वॉर मेमोरियल का उद्घाटन किया था। 40 एकड़ जमीन पर 176 करोड़ की लागत से इसे बनाया गया है।

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