पंजाब के बाद इन राज्यों से मिल सकता है कांग्रेस को झटका, पूर्व मुख्यमंत्री समेत एक दर्जन विधायक छोड़ेंगे पार्टी का साथ?
नई दिल्ली। देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस के हालात इन दिनों बेहद खराब हैं। पंजाब में पार्टी में हुई उथल-पुथल की छींटे जैसे अब राजस्थान और छत्तीसगढ़ पर भी पड़ गईं हैं। इन दो राज्यों में भी पंजाब का रंग चढ़ता नज़र आ रहा है। इसके अलावा ख़बर है कि मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा और पूर्वोत्तर पहाड़ी राज्य के करीब एक दर्जन विधायक कांग्रेस का हाथ छोड़कर जल्द ही ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस का हाथ थाम सकते हैं।
संगमा थाम सकते हैं टीएमसी का हाथ
मुकुल संगमा इस समय मेघालय विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं, और कांग्रेस हाईकमान से नाराज़ चल रहे हैं। उनका मानना है कि पार्टी आलाकमान ने उन्हें दरकिनार कर दिया है। ऐसे में टीएमसी में उन्हें अपना सियासी भविष्य नज़र आ रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ दिन पहले मुकुल संगमा टीएमसी लीडरशिप से मुलाकात करने के लिए बंगाल दौरे पर गए थे। हालांकि उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी से मुलाकात की खबरों को गलत बताया था।
सुष्मिता देव गईं थी मेघालय यात्रा पर
वहीं सुष्मिता देव हाल ही में मेघालय यात्रा पर गईं थीं, जिन्होंने अगस्त में कांग्रेस छोड़ कर टीएमसी का थामन थामा था। उनके इस दौरे के बाद से संगमा के टीएमसी में शामिल होने की ख़बरें तेज हो गईं हैं। संगमा के कांग्रेस छोड़ने पर कई अन्य विधायकों के भी पार्टी छोड़ने की संभावना है। ऐसे में संगमा ने फिलहाल कुछ समय के लिए पार्टी छोड़ने का फैसला टाल दिया है।
कोरोना काल में मदद न करने का संगमा पर आरोप
बताया जाता है कि गारो हिल्स क्षेत्र के विधायकों के साथ संगमा के अच्छे संबंध हैं। करीब एक दर्जन से ज्यादा विधायक संगमा के साथ हैं।वहीं दूसरी ओर संगमा पर कोरोनाकाल में लोगों की सहायता नहीं करने और जनता को किसी प्रकार के सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया गया था।