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हादसे ने बना दिया अनाथ, मां-बाप के जाने के बाद ग़म में डुबी बेटियां

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नई दिल्ली: चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद सारा देश शोकाकुल है। उनके जाने के बाद लोगों ने कहा कि बिपिन रावत जनता के जनरल थे।

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जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद उनकी बेटियों का हाल बुरा है। एक साथ माता-पिता को खो देने के ग़म सहना बेटियों के लिए मुश्किल हो रहा है।

जनरल रावत की बड़ी बेटी का नाम कीर्तिका है और छोटी बेटी का नाम तारिणी है। कीर्तिका मुंबई में रहती हैं और उनकी शादी हो चुकी है । वहीं तारिणी  दिल्ली हाईकोर्ट में वकील के तौर पर प्रैक्टिस कर रहीं हैं।

बता दें जनरल रावत वेलिंगटन में किसी कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। उनके साथ उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी शामिल होने वाली थी। आर्मी वुमन वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष होने की वजह से वो वेलिंगटन के कार्यक्रम में शामिल होने वाली थी।

बिपिन रावत का इतिहास

उत्तराखंड में बिपिन रावत का जन्म 16 मार्च, 1958 को हुआ। बिपिन रावत ने 1978 में आर्मी ज्वॉइन की थी।

शिक्षा की बात करें तो बिपिन रावत ने भारतीय सैन्य अकादमी से स्नातक उपाधि प्राप्त की है। मद्रास विश्वविद्यालय से स्ट्रैटेजिक और डिफेंस स्टडीज में भी एम फिल की उपाधि ली है। उन्होंने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से सैन्य मीडिया अध्ययन में पीएचडी किया है।

देश के पहले सीडीएस रावत की कई पीढ़ियों ने सेना में सेवा दी है। रावत को साल 1979 में मिजोरम में पहली  पोस्टिंग मिली थी। सीडीएस रावत कांगो में संयुक्त राष्ट्र की पीसकीपिंग फोर्स की अगुवाई के हिस्सा भी रहें थे। 31 दिसंबर 2016 को उन्हें सेना के प्रमुख का पद सौंपा गया। जनवरी 2020 में बिपिन रावत को सभी सेनाओं का प्रमुख बनाया गया।

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