धरती पुत्र मुलायम सिंह यादव के एक फैसले ने जीत लिया था पूरे हिंदुस्तान का दिल, जानें कैसे

आज पूरे देश में शोक का माहौल है, आज धरती पुत्र कहे जाने वाले मुलायम सिंह यादव की लंबी बीमारी के चलते मौत हो गई, लेकिन शायद उनकी ऱाजनीतिक सफर के चर्चा हमेशा होती रहेगी उन्होंने कई ऐसे फैसले लिए जिससे देश उन्हें हमेशा याद रखेगा, लेकिन इसी के साथ उन पर कई आरोप भी लगतें हैं। आज हम आपको बताएंगे उनके उस फैसले के बारे में जिससे उनका राजनीतिक कद काफी उंचा हो गया।
मुलायम सिंह ने 1 जून 1996 से 19 मार्च 1998 तक देश के रक्षा मंत्री के रूप में सेवा की थी। इस दौरान उन्होंने जो फैसला किया, उसका फायदा आज तक हर शहीद जवान के परिवार की झोली में जा रहा है। दरअसल हमारे संविधान के अनुसार देश की आजादी के बाद से कई सालों तक जब कोई जवान बॉर्डर पर शहीद होता था, तो उसका पार्थिव शरीर घर नहीं पहुंचता था बल्कि उसकी टोपी को उसके घर पहुंचाया जाता था।
आपको बता दें लेकिन मुलायम सिंह (Mulayam Singh Yadav) ने अपने एक फैसले से इस रीति को बदला और उन्होंने ये कानून बनाया कि अगर कोई जवान शहीद होता है तो उसका पार्थिव शरीर राजकीय सम्मान के साथ उसके घर पर पहुंचाया जाए। इस फैसले के लिए पूरे देश ने उन्हें सराहा।