बाबा सच्चिदानंद गिरप्तार, विशेष कृपा दिलाने का दिलासा देकर करता था बलात्कार

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पहले आशरम फिर राम रहीम और अब बाबा सच्चिदानंद को भगवान के नाम पर खिलवाड़ करते हुए पाया गया है। दअरसल  संत कुटीर आश्रम में युवतियों के यौन शोषण के मामले में बाबा सच्चिदानंद उर्फ दयानंद को यूपी एसटीएफ ने बुधवार को मुरादाबाद से गिरफ्तार कर लिया गया हैं.

 

दयानंद साढ़े तीन वर्ष से फरार चल रहा था. उसके दो साथी पहले गिरफ्तार हो चुके हैं. एसपी आशीष श्रीवास्तव का कहना है कि 20 दिसंबर 2017 को सच्चिदानंद और अन्य पर बंधक बनाकर सामूहिक बलात्कार करने के साथ-  साथ और भी कई धाराओं पर मुकदमा दर्ज किया गया था.

 

 

दिसंबर 2017 में यौन शोषण का मामला तब प्रकाश में आया था, जब आश्रम से कुछ युवतियों को धक्के मारकर निकाल दिया गया. ये डरी-सहमी रात में एसपी दफ्तर पहुंचीं. बाबा के अलावा उसके तीन शिष्यों परमचेतानंद, विश्वासानंद, ज्ञान वैराग्यानंद तथा दो मुख्य सेविकाओं पर 2008 से लगातार यौन शोषण व सामूहिक दुष्कर्म का केस दर्ज किया गया.

 

 

पीड़ित महिलाओं का आरोप था कि सत्संग व प्रवचन के नाम पर महिलाओं और कम उम्र की लड़कियों को आश्रम में बुलाया जाता था. उनमें से कुछ लड़कियों को साध्वी का दर्जा देकर आश्रम में रख लिया जाता था. उन्हें अनुष्ठान के जरिए विशेष कृपा दिलाने का दिलासा देते थे. उनका विश्वास जीतने के बाद अलग-अलग शहरों में प्रवचन- सत्संग के बहाने भेजकर उनका यौन शोषण किया जाता था.

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