
National Herald case: राहुल गांधी प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर पहुंचे। उन्हें नेशनल हेराल्ड मामले में ED द्वारा तलब किया गया है। एजेंसी द्वारा मामले में राहुल गांधी से पूछताछ का आज चौथा दिन है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) आज चौथी बार की पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समक्ष पेश हुए है। इससे पूर्व राहुल लगातार तीन दिन तक ईडी (ED) के सामने पेश होकर अपना बयान दर्ज करा चुके हैं। इस दौरान कांग्रेस (Congress) पार्टी के कई दिग्गज नेताओं और कार्यकर्ताओं ने देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में विरोध प्रदर्शन किया था।
राहुल गांधी आज फिर होंगे ईडी के सामने पेश
प्रवर्तन निदेशालय के सामने राहुल गांधी के पेश होने को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार के विरुध अपनी नाराजगी जाहिर की है। कांग्रेस का कहना है कि देशभर में केंद्र सरकार के खिलाफ शांतिपूर्ण ढंग प्रदर्शन किए जाएंगे। कांग्रेस ने इसे प्रतिशोध की राजनीति का नाम दिया है। वहीं आज कांग्रेस ने ट्वीट करके लिखा है कि वह राष्ट्रपति से मुलाकात करेगी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने की थी 20 जून को पेश होने की मांग
इससे पूर्व प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस के भारी विरोध की बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 13 से 15 जून तक राहुल गांधी से लगातार तीन दिनों तक पूछताछ की थी। ED ने राहुल गांधी को 17 जून को यानी शुक्रवार के दिन फिर से पेश होने के लिए निर्देश दिया था। जिस पर उन्होंने वक्त की मांग करते हुये और छूट देने का अनुरोध कर सोमवार 20 जून के दिन पेश होने की मांग की थी।
राहुल गांधी प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर पहुंचे
राहुल ने ED के सामने उनकी मां और पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के स्वास्थ्य का हवाला देते हुए 17 जून से 20 जून तक पूछताछ को टालने का अनुरोध किया था। प्रवर्तन निदेशालय ने राहुल गांधी को छूट देते हुए सोमवार यानी आज के दिन पूछताछ में शामिल होने के लिए नया समन जारी किया था।
नेशनल हेराल्ड केस में ईडी करेगी पूछताछ
प्रवर्तन निदेशालय की हुई जांच के दौरान गांधी परिवार के तरफ से यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड (YIL) के मालिकाना और नेशनल हेराल्ड अखबार चलाने वाली कंपनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) में इसके शेयरधारिता पैटर्न पर चर्चा हुई थी। फिलहाल बताया जा रहा है कि ईडी प्रवर्तन निदेशालय अपनी आगे की पूछताछ के दौरान राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड को 2010 में यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से अधिग्रहित करने की घटना को लेकर विस्तार से सवाल जवाब कर सकती है। जिसके बाद वह नेशनल हेराल्ड न्यूज पेपर (National Herald News Paper) के मालिकाना वाली सभी संपत्तियों का मालिक बन गए थे।