Monkeypox virus: दुनिया भर में तेजी से फैल रहा मंकीपॉक्स, जानिए क्या है इसके लक्षण?, कैसे करें इससे बचाव

Monkeypox virus: दुनिया भर में तेजी से फैल रहा मंकीपॉक्स, जानिए क्या है इसके लक्षण?, कैसे करें इससे बचाव ?
Monkeypox virus: इन दिनों मंकीपॉक्स बीमारी की काफी चर्चा में है और इसका कारण है इसका लगातार बढ़ते जाना। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपॉक्स को ग्लोबल इमरजेंसी भी घोषित कर दिया है। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि आप भी इस बीमारी से बचकर रहें। इसके लिए जरूरी है कि आपको पता हो कि इसके लक्षण क्या हैं और आप जरूरत पड़ने पर इससे कैसे बचाव कर सकते हैं।
क्या है मंकीपॉक्स ?
मंकीपॉक्स, एक ऐसा वायरस है जिसने पूरी दुनिया में चिंता की लहर पैदा कर दी है। इस बीमारी की शुरुआत पहली बार 1958 में बंदरों में देखी गई थी, और तभी से इसका नाम मंकीपॉक्स पड़ा. यह वायरस ‘जीनस ऑर्थोपॉक्सवायरस’ की एक प्रजाति है, जो पहले मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था. हाल ही में WHO ने इस वायरस के खतरों को देखते हुए ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित की है, जिससे इसकी गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है.
भारत में इस वायरस का खतरा अभी कम है, लेकिन अलर्ट जारी कर दिया गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के अधिकारियों के साथ बैठक करने का फैसला लिया है. इस बैठक में स्थिति की समीक्षा की जाएगी, ताकि समय रहते जरूरी कदम उठाए जा सके.
मंकीपॉक्स के लक्षण
मंकीपॉक्स का वायरस शरीर संबध संपर्क से फैलता है, और इसके कारण दुनिया भर में इसके मामलों की संख्या बढ़ रही है. रिपोर्ट्स के अनुसार, यह वायरस सेक्सुअल ट्रांसमिशन के जरिए भी फैल सकता है, इसलिए सावधानी बरतना जरूरी है. मंकीपॉक्स के लक्षणों की बात करें तो, इस बीमारी के प्रमुख लक्षणों में दाने, फुंसी, फफोले या रैश पड़ना, बुखार, ठंड लगना, सिरदर्द, पीठ दर्द, गले में दर्द, लिम्फ नोड्स में सूजन और मांसपेशियों में खिंचाव शामिल हैं.
ऐसे करें बचाव
- किसी व्यक्ति में फ्लू जैसे लक्षण हैं तो उससे दूरी बनाएं
- विदेश से यात्रा करके आएं हैं तो मंकीपॉक्स की जांच कराएं
- असुरक्षित यौन संबंध न बनाएं
- लक्षण दिखने पर डॉक्टर से सलाह लें
फिलहाल, भारत में इस वायरस का खतरा बहुत कम है, लेकिन यह वायरस काफी संक्रामक है और तेजी से फैल सकता है. इसलिए स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस का पालन करना जरूरी है. इस वायरस से बचाव के लिए साफ-सफाई का ध्यान रखना, मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना महत्वपूर्ण है.
मंकीपॉक्स के इलाज के लिए अभी तक कोई विशिष्ट दवा या वैक्सीन नहीं है, लेकिन इस वायरस से संक्रमित लोगों का इलाज लक्षणों के आधार पर किया जा रहा है. अगर आपके शरीर में इस बीमारी के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और आइसोलेशन में रहें ताकि यह बीमारी और न फैले.
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