यूक्रेन के 7 शहरों पर मिसाइल अटैक, जेलेंस्की बोले- रूसी सेना की वापसी तक पुतिन से बात नहीं

रूस-यूक्रेन जंग के बीच राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से बात करने से इनकार कर दिया है। जेलेंस्की ने कहा कि जब तक रूसी सेना यूक्रेन नहीं छोड़ेगी तब तक हम उनसे बात नहीं करेंगे। वहीं रूसी सेना ने राजधानी कीव सहित 7 शहरों पर करीब 15 मिसाइलें दागी हैं। इस अटैक में 6 लोगों की मौत हुई है।
मिसाइल हमले में रेसिडेंशियल बिल्डिंग और पॉवर प्लांट को टार्गेट किया गया। इसके चलते जपोरीजिया न्यूक्लियर पावर प्लांट से पावर सप्लाई बंद हो गई है। कीव के 15% इलाके में ब्लैकआउट हो गया है, वहीं कई दूसरे शहरों में भी पावर सप्लाई नहीं है। लोगों से शेल्टर लेने की अपील की गई है।
‘अपनी बात पर नहीं टिकते हैं पुतिन’
CNN से बात करते हुए जेलेंस्की ने कहा- पुतिन अपनी बात पर टिकते नहीं हैं इसलिए किसी भी परिस्थिति में हम अभी उनसे बात नहीं करना चाहते हैं। हम उनपर भरोसा नहीं करते हैं। रूस के यूक्रेन छोड़ने के बाद ही हम उनसे किसी भी तरह की डिप्लोमैटिक बातचीत करने के लिए तैयार होंगे। हम इस जंग में जीत चाहते हैं। हम नहीं चाहते कि यूक्रेन को जंग की आदत हो जाए। हालांकि, पिछले एक साल में हमें हर रोज नए चैलेंज की आदत लग चुकी है। सब यही चाहते हैं कि ये युद्ध खत्म हो।
PM मोदी ने कहा था- ये जंग का युग नहीं
भारत, अमेरिका और चीन समेत तमाम देश पुतिन से जंग खत्म करने को कह चुके हैं। इजराइल और तुर्की ने मध्यस्थता की कोशिशें भी की थीं। वहीं मार्च की शुरुआत में G20 देशों की विदेश मंत्रियों की बैठक में भारत के विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने जंग खत्म करने की बात कही थी। इससे पहले पिछले साल सितंबर में समरकंद में SCO समिट के दौरान PM मोदी ने कहा था कि ‘ये जंग का युग नहीं है’। हमें खाना, फ्यूल और फर्टिलाइजर से जुड़ी समस्याओं पर ध्यान देने की जरूरत है।
अमेरिका ने जल्द युद्ध खत्म करने की बात की
अमेरिका भी कई बार बातचीत के जरिए जल्द से जल्द जंग खत्म करने का समर्थन कर चुका है। करीब 1 महीने पहले अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा था कि पुतिन अभी भी युद्ध को रोक सकते हैं। इसके लिए PM मोदी जो भी कोशिश करना चाहते हैं, वो उन्हें करना चाहिए। अमेरिका ऐसी किसी भी पहल का स्वागत करेगा, जिससे युद्ध जल्द से जल्द खत्म हो सके और दोनों देशों की दुश्मनी खत्म हो जाए।
चीन ने जारी किया था पीस प्लान
जंग को एक साल होने पर UN जनरल असेंबली में यूक्रेन में शांति और रूसी सेना की वापसी को लेकर प्रस्ताव पास हुआ था। वहीं चीन ने भी 12 पॉइंट का एक पीस प्लान जारी किया था। इसमें रूस-यूक्रेन के बीच सीजफायर की अपील की गई थी। दोनों देशों के बीच शांति वार्ता के साथ रूस पर लगाए गए पश्चिमी देशों के प्रतिबंध को खत्म करने को भी कहा गया था।
ये भी पढ़े: Afghanistan में बम ब्लास्ट, तालिबानी गवर्नर समेत तीन लोगों की मौत