मेरठ भाजपा नेत्री का अश्लील वीडियो वायरल, महानगर अध्यक्ष ने कहा- दूसरे दल से हैं

मेरठ में भाजपा नेत्री का टिकट के बदले अश्लील वीडियो वायरल करने वाले भाजपा पार्षद को पार्टी के महानगर अध्यक्ष ने दूसरी संस्कृति का बताया है। उनका कहना है कि ये दूसरे दल से आए हैं, इनकी संस्कृति दूसरी है। ये लोग भाजपा में आकर उल्टे सीधे काम कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश नेतृत्व को पूरे मामले की जानकारी दी गई है, संगठन इस पर संज्ञान लेगा। भाजपा के महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल ने आरोपी पार्षद के लिए कहा कि ये लोग दूसरे दल से आए हैं। निकाय चुनाव में इन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली। प्रदेश नेतृत्व इस पर एक्शन लेगा। पार्षद के खिलाफ प्रदेश नेतृत्व को जानकारी दी गई है। प्रदेश नेतृत्व उनके खिलाफ एक्शन लेगा।
आगे कहा कि चुनाव के समय जो पार्टी में आ रहा है उसका स्वागत किया जाता है। बाद में जो खराब प्रवृत्ति के लोग हैं उन पर एक्शन की तैयारी है। पार्टी में सामूहिक निर्णय होता है। वहीं से कार्रवाई की जाएगी। संगठन जो तय करेगा उसको अमल में लाया जाएगा। वकील अनिल बख्शी ने भाजपा के मेयर हरिकांत अहलूवालिया की जाति को लेकर शिकायत की है उस पर महानगर अध्यक्ष ने कहा कि ज्यूडिशरी उसमें फैसला लेगी। भाजपा महानगर महामंत्री के भाई महेश बाली के भाई हिमांशु बाली की जेएस फर्म द्वारा नगर निगम में अवर जलाशयों के रखरखाव के ठेके और काम में अनियमितता मिलने पर कहा कि इसका संज्ञान भी प्रदेश संगठन को दिया गया है।
मेरठ में भाजपा के वार्ड 18 से पार्षद रविंद्र और भाजपा नेता रविंद्र नागर पर एक महिला का अश्लील वीडियो वायरल करने का मुकदमा दर्ज हुआ है। महिला मेरठ के उत्तराखंड निवासी है। भाजपा नेता भी है। महिला का आरोप है कि पार्षद ने उसका गलत वीडियो प्रचारित किया है। इससे उसकी छवि खराब हुई है। महिला का यह भी आरोप है कि टिकट का झांसा देकर उसका अश्लील वीडियो प्रचारित किया गया है। महिला ने मुकदमा दर्ज कराया है। सरायकाजी निवासी पार्षद रविंद्र ने फर्जी आईडी बनाकर उस वीडियो को वायरल कर दिया। पुलिस ने मामले में आईटी एक्ट की रिपोर्ट दर्ज की है। वहीं मंगलवार को महिला कचहरी में पहुंची तो आरोपियों ने उसके साथ बदत्तमीजी कर जान से मारने की धमकी दी है।
वहीं बुधवार को आरोपी पार्षद रविंद्र को कोर्ट से इस मामले में जमानत मिल गई है। वार्ड 18 के पार्षद रविंद्र का कुछ दिन पहले ही एक वीडियो वायरल हुआ था। पार्षद ने अपने साथियों के साथ मिलकर अस्पताल संचालक से 20हजार रुपए रंगदारी मांगी थी। अस्पताल संचालक ने पार्षद के खिलाफ थाने में रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज कराया था। तब राज्यमंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर ने पूरे मामले को संभालते हुए सुलह कराई। राज्यमंत्री ने मीटिंग बुलाकर पार्षद से सबके सामने कान पकड़कर पैर छूकर अस्पताल संचालक से माफी मंगवाई थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ।