मनीष सिसोदिया बोले- ईएमसी का उद्देश्य अपने सपनों को पूरा करने के लिए बच्चे खुलकर कर सके अपने टैलेंट का इस्तेमाल

नई दिल्ली: उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम से बच्चों में ग्रोथ माइंडसेट का विकास होगा जिससे वो चाहे एंटरप्रेन्योर बने या किसी कम्पनी में नौकरी करें, हमेशा आगे बढ़ते रहेंगे। आपके पास चाहे कितनी भी डिग्री क्यों न हो, लेकिन यदि आप में एंटरप्रेन्योर माइंडसेट नहीं है तो उन डिग्री का कोई महत्त्व नहीं है। उन्होंने कहा कि ईएमसी पढ़कर बच्चे जॉब सीकर के बजाय जॉब प्रोवाइडर बनेंगे और विकासशील भारत को विकसित भारत बनायेंगे।
उपमुख्यमंत्री ने साझा किया कि आने वाले दिनों में जोनल व डिस्ट्रिक्ट लेवल पर ईएमसी के अंतर्गत सीड मनी प्रोजेक्ट से 100 सबसे अच्छे प्रोजेक्ट्स की प्रदर्शनी लगाई जाएगी जिसे प्रसिद्ध सफल एंटरप्रेन्योर और विश्वविद्यालयों द्वारा मूल्यांकित किया जाएगा। इनमें टॉप 10 प्रोजेक्ट्स में शामिल बच्चों को एनएसयूटी और डीटीयू में बीबीए कोर्स में सीधे दाखिला दिया जाएगा।
बच्चों को ‘लर्निंग लीड्स अचीवमेंट’ का मंत्र देते हुए अर्जुन मल्होत्रा ने कहा कि आप हमेशा सीखने के लिए तैयार रहे और सीखते रहें क्योंकि आगे बढ़ने में ये आपकी मदद करेगा। उन्होंने कहा कि आप किसी एक विषय में विशेषज्ञ हो सकते है लेकिन उसके अलावा भी आपको हमेशा बाकी चीजें सीखने के लिए तैयार होना चाहिए। एक एंटरप्रेन्योर के रूप में आगे बढ़ने के लिए आल-राउंडर की तरह काम करना ज़रूरी है।