कैंसर ट्रीटमेंट के बाद लाइफस्टाइल में करें ये जरूरी बदलाव, बने रहेंगे हेल्दी

कैंसर जैसी बिमारी से छुटकारा पाना अपने आप में ही एक जंग है। और ऐसे में अगर आप इस बिमारी से छुटकारा पा लेते हैं तो बरते कुछ चीजें जिससे आगे कोई बड़ा खतरा नहीं आएगा सेहत को। वैसे तो मॉडर्न मेडिकल साइंस में इसका इलाज संभव है, लेकिन कैंसर की पहचान करने से लेकर इसके ट्रीटमेंट तक में सालों-साल लग जाते हैं। यह बीमारी मरीज को सिर्फ शारीरिक रूप से ही कमज़ोर नहीं बनाती, बल्कि इसका असर उनकी मेंटल हेल्थ पर भी पड़ता है। कैंसर के इलाज के दौरान तो मरीजों को कई सारी बातों का ध्यान रखना ही पड़ता है, लेकिन उसके बाद भी ये केयर इतनी ही जरूरी है।
इसकी कोई गारंटी नहीं है कि अगर आप एक बार कैंसर से बच गए, तो यह आपको दोबारा नहीं होगा। मेडिकल साइंस में इसे कैंसर रिलैप्स कहा जाता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैंसर से उबरने के बाद आपको किन-किन चीज़ों का खासतौर का पालन करना चाहिए, जिससे आप भविष्य में भी हेल्दी लाइफ जी सकें।
हेल्दी और बैलेंस डाइट कैंसर के रोगियों के लिए जितना आवश्यक है, उतना ही यह कैंसर से ठीक हो चुके लोगों के लिए भी ज़रूरी है। बैलेंस डाइट की मदद से आप कैंसर के बाद होने वाले दुष्परिणामों से बच सकते हैं। कैंसर से ठीक हुए रोगियों को इन चीज़ों पर खास ध्यान देना चाहिएः-
- ज्यादा से ज्यादा ताजे फल और सब्जियों का सेवन करें।
- चीनी से भरपूर पेय पदार्थों से बचें और खाने में साबुत अनाज को शामिल करें।
- धूम्रपान और शराब का सेवन अवॉयड करें।
- जंक, प्रोसेस्ड और पैक्ड फ्रूडस से बचें।
नियमित रूप से व्यायाम करें
कैंसर से उबरने के बाद नियमित रूप से व्यायाम या किसी भी तरह की फिजिकल एक्टिविटी करने के अपने फायदे हैं। कसरत करने से न सिर्फ आपकी मसल्स स्ट्रॉन्ग होती हैं, बल्कि वजन भी कंट्रोल में रहता है। व्यायाम करने से तनाव, घबराहट और डिप्रेशन की समस्या दूर रहती है। यह आपके शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। अगर आप नियमित रूप से व्यायाम करते हैं तो इससे कैंसर के परिणामस्वरूप होने वाले दर्द और थकान में भी आराम मिलता है। इसके अलावा इससे नींद की क्वॉलिटी भी सुधरती है।
मेंटल हेल्थ पर ध्यान दें
कैंसर का आपके मस्तिष्क पर भी नाकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। जाहिर तौर पर कैंसर के रोगियों को महसूस होने वाले अवसाद व तनाव की कल्पना करना बहुत मुश्किल है। इस दौरान होने वाली बेचैनी और घबराहट भी आपके शरीर की कैंसर से लड़ने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है। इसलिए कैंसर से ठीक होने वाले रोगियों को अपने मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना भी आवश्यक है। इसे नजरंदाज करने पर कैंसर की समस्या फिर से उत्पन्न हो सकती है। इसके लिए योग, प्राणायाम और ध्यान जैसी क्रियाओं की मदद ली जा सकती है। इसके अतिरिक्त, दोस्तों और परिवारजनों के साथ समय बिताना या कोई हॉबी फॉलो करना भी आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।
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