Health drinks: स्पोर्ट्स सप्लीमेंट्स मिलाकर लेने से ब्लड क्लॉटिंग, हार्ट अटैक का जोखिम; इससे जान को भी खतरा
चुस्ती-फूर्ती या परफॉर्मेंस बढ़ाने के लिए अगर आप भी स्पोर्ट्स ड्रिंक्स पीते हैं तो अलर्ट हो जाइए। इनसे जोखिम हो सकता है। अगर आप इन्हें मिक्स करके लेते हैं तो ये और भी घातक हो जाते हैं। यूरोपियन सोसायटी ऑफ कार्डियोलॉजी (ESC) ने इसे लेकर चेतावनी दी है। उसके मुताबिक प्रदर्शन सुधारने के लिए बड़ी संख्या में खिलाड़ी और युवा ऐसे उत्पाद ले रहे हैं।
एक्सपर्ट्स ने आगाह किया है कि इन न्यूट्रिशनल प्रोडक्ट पर दवाओं के सख्त सुरक्षा मानक लागू नहीं होते। सख्ती न होने से इन सप्लीमेंट्स में डोपिंग नियमों को तोड़ने वाले रसायनों का खूब इस्तेमाल होता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इन सप्लीमेंट्स को मिलाने से ये आपस में क्रिया करके और खतरनाक हो जाते हैं। इनसे मौत भी हो सकती है।
स्टेरॉयड से दिल को भी खतरा | Steroid is dangerous for heart
- स्टडी के लेखक और वर्ल्ड एथेलेटिक्स में हेल्थ एंड साइंस के मैनेजर डॉ. पाओलो अडामी कहते हैं कि सभी तरह के डोपिंग पदार्थ नुकसान पहुंचाने वाले होते हैं। जैसे एनाबोलिक स्टेरॉयड कृत्रिम हार्मोन मांसपेशियां बनाने की प्रक्रिया तेज कर देते हैं और उनकी टूटफूट रोकते हैं। पर लगातार इन्हें लेने से लिवर खराब होने के साथ ट्यूमर होने का खतरा भी बढ़ जाता है। दिल का आकार बड़ा हो सकता है। हाई ब्लड प्रेशर की दिक्कत हो सकती है।
- इससे ब्लड क्लॉटिंग होती है। यह कोलेस्ट्रोल में भी बदलाव लाता है। युवाओं को भी हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। एंड्रोजन रिसेप्टर्स से कैंसर और कार्डियोवैस्कुलर समस्याओं की आशंका बढ़ जाती है।
- नारकोटिक्स ड्रग्स से दिल की धड़कनें असामान्य होना, गंभीर तनाव और कोरोनरी धमनी से जुड़े रोगों का जोखिम रहता है। स्टिमुलेंट जैसे एम्फेटैमिन व मिथाइलफेनिडेट से दिल व दिमाग पर बुरा असर पड़ता है। ये कंजेस्टिव हार्ट फेलियर, कार्डियैक चेंबर में समस्या और हेमरेज का कारण बनते हैं।
- एनाबोलिक स्टेरॉयड का इस्तेमाल करने वाले खिलाड़ियों की मौत, ना लेने वालों की तुलना में 20 गुना ज़्यादा होती है। इनमें से एक तिहाई मौतें दिल की समस्याओं से होती हैं। ईएससी के मुताबिक ज्यादातर एथलीट कोच, साथी एथलीट और परिवार के लोगों से सलाह लेते हैं। यह खतरनाक ट्रेंड है।
100 से ज़्यादा हेल्थ सप्लीमेंट में सेहत के लिए खतरनाक तत्व
ईएससी के कार्डियोलॉजिस्ट (cardiologist) बताते हैं कि बिना एक्सपर्ट्स की सलाह लिए लाखों लोग वेट लॉस से लेकर मसल बिल्डिंग के लिए बेतहाशा स्पोर्ट्स सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। जिम जाने वालों में भी इनकी खासी डिमांड है।
ब्रिटेन के दवा नियामक की जांच में पता चला है कि एनर्जी बढ़ाने वाले 100 से ज्यादा हेल्थ सप्लीमेंट में स्टिमुलेंट, स्टेरॉयड और हार्मोन पाए गए हैं। ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस के मुताबिक लगातार स्टेरॉयड लेने से ब्लड प्रेशर के साथ किडनी, दिल और लिवर डैमेज हो सकता है।