Delhi: JNU में छात्रों के लिए बनी गाइडलाइंस, हिंसा करने वालों का एडमिशन होगा रद्द

Delhi: नई दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी(JNU )में पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए बड़ी खबर है। विश्वविद्यालय की तरफ से छात्रों के लिए 17 नए नियम बनाए गए हैं। जिसके मुताबिक अगर कोई भी स्टूडेंट्स कैम्पस में विरोध प्रदर्शन करता है, तो उस पर 20 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। साथ ही अगर छात्र कैम्पस में हिंसा करेगा तो उसका एडमिशन रद्द किया जा सकता है। इसके अलावा किसी भी तरह के हिंसा प्रदर्शन पर 30 हजार का जुर्माना भी लगाया जा सकता है।

जानकारी के मुताबिक विवि की तरफ से तीनों नियम 3 फरवरी से ही लागू कर दिए गए हैं। विवि से जुड़े लोगों की मानें तो पीएम मोदी पर बनी बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ था। साथ ही विरोध प्रदर्शन को लेकर हिंसा भी भड़क गई थी। जिसे रोकने के लिए विवि की तरफ से यह फैसला लिया गया था। वहीं, मामले में विवि का कहना है कि यह फैसला इसलिए भी लिया गया है, ताकि भविष्य में होने वाली इस तरह की घटनाओं को भी रोका जा सके। हालांकि, पीएम मोदी की डॉक्यूमेंट्री के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन को लेकर अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
अभिभावकों के पास भेजी जाएगी शिकायत की कॉपी
विवि की तरफ से छात्रों के लिए बनाई गई नई गाइडलाइंस में 17 तरह के अपराधों का जिक्र किया गया है। अगर इनमें किसी भी अपराध में छात्र शामिल होगा तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही शिकायत की कॉपी अभिभावकों को भी भेजी जाएगी। जिसमें बताया जाएगा कि उनका बच्चा किस अपराध का दोषी है। आपको बता दें कि पिछले कुछ वर्षों में JNU में विरोध प्रदर्शन की घटनाएं भी बढ़ी हैं।
पीएम मोदी पर बनाई गई डॉक्यूमेंट्री
बता दें कि पीएम मोदी पर बीबीसी की तरफ से एक डॉक्यूमेंट्री बनाई गई है। हालांकि, इसे भारत में प्रतिबंधित किया गया है। बावजूद इसके कुछ चैनलों और सोशल मीडिया के अन्य माध्यमों से इसे प्रमोट किया जा रहा है। केरल सरकार ने तो इस डॉक्यूमेंट्री को समुद्र के किनारे प्रदर्शित करवाया था। जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग भी इकट्ठा हुए थे। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इस डॉक्यूमेंट्री में मोदी शासनकाल में गुजरात में हुए दंगो और केंद्र सरकार के तौर पर उनकी नीतियों के बारे में बताया गया है। वहीं, वीडियो को लेकर केंद्र का आरोप है कि बीबीसी मोदी सरकार की छवि खराब करने के इरादे से इस डॉक्यूमेंट्री को बनाई है।
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