Jharkhand : झारखंड में हार के बाद बीजेपी लेगी बड़ा एक्शन! इस नेता की हो सकती है वापसी

Jharkhand
Jharkhand : झारखंड मे विधानसभा चुनाव में हार पर बीजेपी 30 नवंबर को मंथन करने वाली है। इसके बाद तीन दिसंबर को दिल्ली में हार के कारणों की समीक्षा करेगी। इसमें पार्टी उन कारणों को खोजेगी, जहां उससे गलती हुई। झारखंड विधानसभा चुनाव में शर्मनाक हार का सामना करने के बाद बीजेपी पार्टी अब एक बार फिर से खुद को खड़ा करने की तैयारी शुरू कर चुकी है।
हार के कारणों की समीक्षा
सूत्रों के अनुसार, बीजेपी की इस बार बड़े लेवल की तैयारी की जा रही है। बीजेपी हार के कारणों पर मंथन करना शुरू का दिया है। पार्टी मंडल स्तर तक से फीडबैक ले रही है। बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में 30 नवंबर को इस संदर्भ में बैठक होने वाली है। इस बैठक में संगठन प्रभारी डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी भी भाग लेंगे। इसके बाद तीन दिसंबर को दिल्ली में हार के कारणों की समीक्षा होगी।
सक्रिय राजनीति में लाने पर विचार
विधानसभा चुनाव में बीजेपी को आदिवासी सुरक्षित 28 विधानसभा सीटों में से 27 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है। ऐसे में फिर से पार्टी के पास सामान्य और ओबीसी राजनीति पर अधिकाधिक फोकस करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है। सूत्रों के मुताबिक, अब पूर्व सीएम और ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास को फिर से सक्रिय राजनीति में लाने पर विचार किया जा रहा है। बाबूलाल मरांडी को फ्री हैंड देने के लिए ही रघुबर दास को पिछले साल ओडिशा के राज्यपाल के पद पर पदोन्नत किया गया था। राज्यपाल बनने की उनकी इच्छा नहीं थी, लेकिन पार्टी नेतृत्व का विरोध नहीं कर सके थे।
इस्तीफे की पेशकश की
वहीं दूसरी तरफ बाबूलाल मरांडी ने हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की है। इस पर अब पार्टी आलाकमान क्या फैसला लेता है, यह भी देखना होगा। बता दें कि साल 2019 का विधानसभा चुनाव हारने के बाद बीजेपी में बाबूलाल मरांडी की घर वापसी हुई थी। बाबूलाल अपनी पार्टी जेवीएम का बीजेपी में विलय कर दिया था। जिसके बाद बीजेपी ने बाबूलाल मरांडी को प्रदेश की कमान सौंप दी थी।
ये भी पढ़ें: ‘फडणवीस बनेंगे CM, एकनाथ शिंदे नहीं मानेंगे तो…’, रामदास अठावले का बड़ा बयान
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप