Iron Man Anniversary: सरदार वल्लभभाई पटेल के बारे कुछ रोचक तथ्य

31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है। राष्ट्रीय एकता को बनाए रखने के लिए, इस अवसर पर देशभर में रन फॉर यूनिटी जैसे कई कार्यक्रम किए जाते हैं। इन्हें लौह पुरुष के नाम से भी जाना जाता है। इन्होंने भारत को एक धागे में पिरोने का काम किया था।
लौह पुरुष, गृहमंत्री से बने उपप्रधानमंत्री
लौह पुरुष (सरदार वल्लभाई पटेल) भारत के पहले गृहमंत्री थे। 1947 में भारत को स्वतंत्रता मिलने पर 562 रियासतें थीं, जिन्हें सरदार वल्लभभाई पटेल ने भारत संघ में शामिल किया था। इसी कारण कहते हैं की सरदार वल्लभभाई पटेल देश को एक धागे में पिरोये। भारत को स्वतंत्रता मिलने के बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख सदस्य सरदार पटेल को इसके पहले उपप्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था।
जीवन का सफर
1929 में लाहौर में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की बैठक में वह महात्मा गांधी के बाद राष्ट्रपति पद के दूसरे उम्मीदवार थे। पटेल को देश की स्वतंत्रता की पहली वर्षगांठ पर उन्हें भारत का गृहमंत्री चुना गया। उन्होंने गुजरात में शराबबंदी, अस्पृश्यता और जातिगत पूर्वाग्रह को दूर करने और महिलाओं की मुक्ति के लिए बहुत कुछ किया। बार परीक्षा पास करने के बाद पटेल ने गुजरात के आनंद, बोरसाद और गोधरा में कानून की पढ़ाई की। वह 36 वर्ष की उम्र में इंग्लैंड गए और इन्स ऑफ कोर्ट में मिडिल टेम्पल में तीन साल की पढ़ाई की। पहले कभी कॉलेज नहीं जाने के बावजूद 30 महीने में ही पाठ्यक्रम पूरा कर लिया और कानून का अभ्यास करने के लिए योग्य हो गए।
“स्टैच्यू ऑफ यूनिटी”
2018 में सरदार वल्लभभाई पटेल की स्मारक के रुप में विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा, “स्टैच्यू ऑफ यूनिटी” का उद्घाटन किया गया। भारत में राष्ट्रीय पुलिस अकादमी का नाम भी सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम पर है, जहां भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों को प्रशिक्षण जाता है।
PM मोदी करते हैं आज अधिकरियों को सम्मानित
भारत के प्रधानमंत्री इस दिन केंद्र और राज्य सरकारों के लगभग सभी अधिकारियों को सार्वजनिक प्रशासन में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित करते हैं। कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय और प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) सभी आयोजनों और कार्यक्रमों के प्रभारी होते हैं।
भारत में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS), भारतीय विदेश सेवा (IFS), और भारतीय पुलिस सेवा समूह क व ख के अलावा कई अलग-अलग अखिल भारतीय सेवाएं और केंद्रीय सेवाएं समूह A और समूह B में हैं।