IPL 2023: किस खिलाड़ी के सम्मान में विरोधी भी तालियां बजाए, जानें कौन हैं ?
जिस खिलाड़ी के सम्मान में समर्थक और विरोधी एक साथ तालियां बजा रहे हैं, वह 21 वर्षीय साईं सुदर्शन हैं। गुजरात ने पावरप्ले में बगैर विकेट खोए 62 रन बना लिए थे। 67 के स्कोर पर टीम को पहला झटका लगा और सातवें ओवर की अंतिम गेंद पर शुभमन गिल 39 रन बनाकर पवेलियन लौट गए।
पैड्स पहन कर तैयार नजर आ रहे हार्दिक पंड्या रुक गए और साईं सुदर्शन को अपनी जगह फर्स्ट डाउन बल्लेबाजी करने भेज दिया। साईं सुदर्शन को गुजरात टाइटंस ने शुरुआती मुकाबलों में खेलने का अवसर नहीं दिया था। उनपर बतौर टॉप ऑर्डर बल्लेबाज अच्छी स्ट्राइक रेट से रन बनाने को लेकर टीम मैनेजमेंट ने भरोसा नहीं किया था।
क्वालीफायर 2 में रिटायर्ड आउट
क्वालीफायर 2 में जब वह MI के खिलाफ 31 गेंद पर 43 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे, तब गुजरात की टीम मैनेजमेंट ने उन्हें रिटायर्ड आउट होकर वापस बुला लिया था। ऐसे में फाइनल में भी यही संभावना थी कि थोड़ी देर खेलने के बाद उन्हें फिर एक दफा डगआउट बुला लिया जाएगा।
पथिराना के 12वें ओवर की पहली गेंद ओवरपिच आउटसाइड ऑफ थी। साईं सुदर्शन ने मिड ऑफ के बगल से ड्राइव करते हुए चौका जड़ दिया और गुजरात टाइटंस का 100 रन पूरा कर दिया। अगली गेंद 147 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आउटसाइड ऑफ और इसे सुदर्शन ने बैकवर्ड पॉइंट की दिशा में 4 रन के लिए भेज दिया।
साईं सुदर्शन तेज गेंदबाज और स्पिनर की बराबर कुटाई
रवींद्र जडेजा के 13वें ओवर की पांचवीं क्विकर लेंथ बॉल को डीप मिडविकेट की दिशा में 6 रन के लिए भेज कर साईं सुदर्शन ने अपने आक्रामक इरादे जाहिर कर दिए। साईं सुदर्शन तेज गेंदबाज और स्पिनर की बराबर कुटाई कर रहे थे। महेश थीक्षणा के 15वें ओवर की तीसरी फुलटॉस भी साईं सुदर्शन के द्वारा डीप मिडविकेट स्टैंड में 88 मीटर के छक्के के रूप में भेज दी गई। पांचवीं गेंद सुदर्शन को स्लॉट में मिली और नतीजा लॉन्गऑन स्टैंड में 94 मीटर लंबा छक्का।
पथिराना के 16वें ओवर की तीसरी लोअर फुलटॉस को बैकवर्ड पॉइंट बाउंड्री के बाहर 4 रन के लिए भेज कर साईं सुदर्शन ने इस सीजन 7 मुकाबलों में अपना तीसरा अर्धशतक पूरा कर लिया। ओवर की चौथी फुलर लेंथ गेंद मिडविकेट बाउंड्री के बाहर 4 रन के लिए भेज दी गई।
किस्मत भी बहादुरों का साथ देती है
तुषार देशपांडे के 17वें ओवर में साईं सुदर्शन टूट कर पड़े। पहली गेंद पर सुदर्शन शफल करके आउटसाइड ऑफ स्टंप आ गए। गेंद भी उनको वहीं पर मिली और स्कूप करने में चूकने के बावजूद आउटसाइड एज विकेटकीपर के सर के ऊपर से 6 रन के लिए चला गया। वो कहते हैं ना कि किस्मत भी बहादुरों का साथ देती है।
दूसरी लेंथ बॉल आउट साइड ऑफ थी। सुदर्शन ने मिड ऑफ और कवर्स के बीच में से चौका निकाल दिया। तीसरी लेंथ बॉल आउटसाइड ऑफ भी मिड ऑफ के बगल से 4 रन के लिए भेज दी गई। चौथी आउटसाइड ऑफ गेंद कवर्स बाउंड्री के बाहर 4 रन के लिए चली गई। इस ओवर से कुल मिलाकर 20 रन आए।
18वें ओवर की पांचवी गेंद पर हार्दिक पंड्या और साईं सुदर्शन के बीच 23 बॉल पर 50 रनों की पार्टनरशिप पूरी हुई। इस साझेदारी में कप्तान हार्दिक का योगदान सिर्फ 7 रन का था। तुषार देशपांडे के 19वें ओवर की चौथी लेंथ बॉल को साईं सुदर्शन ने लॉन्गऑन बाउंड्री के बाहर 4 रन के लिए भेज दिया।
साईं सुदर्शन की धमाकेदार बल्लेबाजी
पथिराना के 20वें ओवर की पहली गेंद पर डाउन द ट्रैक आकर सुदर्शन ने इसे हाफ फॉली में कन्वर्ट किया और एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से गगनचुंबी छक्का लगा दिया। दूसरी गेंद स्लॉट में और डाउन द ग्राउंड एक और छक्का। अब साईं सुदर्शन 96 रनों पर पहुंच चुके थे।
तीसरी फुलर लेंथ गेंद को एक्रॉस द लाइन खेलने के प्रयास में साईं सुदर्शन LBW हो गए। पर जाने से पहले वह अपना काम कर चुके थे। सुदर्शन ने 47 गेंद पर 204 की स्ट्राइक रेट के साथ बल्लेबाजी करते हुए 96 रन बनाए।
उनके बल्ले से 8 चौके और 6 गगनचुंबी छक्के आए। साईं सुदर्शन की धमाकेदार बल्लेबाजी के कारण ही गुजरा टाइटंस ने IPL फाइनल का सबसे बड़ा स्कोर 214/4 बना दिया। अंतिम 2 गेंदों पर सर जडेजा के बनाए 10 रनों की बदौलत CSK 5 विकेट से फाइनल जरूर जीत गया, पर साईं सुदर्शन ने अपना नाम बना लिया। इंडियन क्रिकेट फैंस की नजरों में बड़ा मुकाम बना लिया।